Real Horror Story in Hindi | आज हम एक ऐसी कहानी पर बात करने जा रहे हैं, जो शायद आपको अजीब लगे. अक्सर आत्माओं और सायों को सिर्फ अंधविश्वास माना जाता है, क्योंकि इनका कोई ठोस प्रमाण नहीं मिलता. लेकिन आज जिस मामले की हम बात करेंगे, वह अपने आप में अनोखा है. यह पहला ऐसा केस है जिसे आधिकारिक तौर पर पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज किया गया और पुलिस ने भी माना कि उस घर में कुछ ‘अजीब’ था. आज भी इस केस की फाइलों में ‘अनएक्सप्लेन्ड’ (अस्पष्ट) लिखा हुआ है, क्योंकि पुलिस इसका कोई निष्कर्ष या समाधान नहीं निकाल पाई.
यह इतनी खौफनाक घटना है कि इस पर बनी फिल्म को आज भी सबसे डरावनी फिल्मों में से एक माना जाता है, जिसे लोग पूरा देख भी नहीं पाते. इस मामले को बेल्यूकस केस (Vallecas Case) के नाम से जाना जाता है. यह स्पेन के इतिहास में सबसे प्रसिद्ध पैरानॉर्मल केस में से एक है.
यह केस इतना महत्वपूर्ण इसलिए है, क्योंकि इसके गवाह केवल घरवाले या पड़ोसी ही नहीं थे, बल्कि इसमें मैड्रिड पुलिस के राष्ट्रीय अधिकारी, उनकी पूरी टीम, इन्वेस्टिगेटर और यहां तक कि छद्म-इन्वेस्टिगेटर भी शामिल थे. जब इन सभी ने जांच की, तो उन्होंने वही सब कुछ पाया जो परिवार ने अनुभव किया था. यही वजह है कि यह केस इतना बड़ा बन जाता है और पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज होने वाला पहला और इकलौता पैरानॉर्मल केस है.
मैड्रिड का वो अपार्टमेंट और एक साधारण परिवार
कहानी स्पेन के मैड्रिड शहर के दक्षिण में स्थित लुइस नारायण स्ट्रीट के एक अपार्टमेंट से शुरू होती है. अपार्टमेंट नंबर आठ में एक परिवार रहता था – कॉन्सेप्शन और मैक्सिमो गुटिएरेस अपने तीन बच्चों के साथ. इनकी सबसे बड़ी बेटी का नाम स्टेफ़ाना (Stephena) था, जिसका जन्म 1973 में हुआ था. 1973 से लेकर 1990 तक, जब तक वे उस घर में रहे, सब कुछ सामान्य था. स्टेफ़ाना अपने छोटे भाई-बहनों से बहुत प्यार करती थी और एक आज्ञाकारी बेटी थी.
जब जिंदगी ने ली खौफनाक मोड़ | Real Horror Story in Hindi
लगभग 1990 में, जब स्टेफ़ाना 18 साल की हुई और कॉलेज जाना शुरू किया, तो उसका व्यवहार अचानक बदलने लगा. रात में वह अजीबोगरीब आवाजें निकालने लगी, अपने नाखूनों से लकड़ी की दीवारों को खरोंचने लगी. एक रात तो उसने अपने छोटे भाई मैक्सी पर हमला कर दिया.
यह सब देखकर माता-पिता परेशान हो गए. जब उन्होंने स्टेफ़ाना से पूछा, तो उसने बताया कि उसे नहीं पता कि वह ऐसा क्यों करती है. उसने बताया कि रात में उसे अपने कमरे में बहुत लंबी, काली आकृतियाँ दिखती हैं, जिनके कोई चेहरे नहीं होते. जब ये आकृतियाँ दिखना शुरू होती हैं, तब वह ऐसा करने लगती है. परिवार ने देखा कि स्टेफ़ाना का स्वास्थ्य भी लगातार गिरता जा रहा था; वह लगातार पतली होती जा रही थी. यह एक डरावनी घटना थी जिसने परिवार को झकझोर दिया था.
तंत्र-मंत्र और एक चौंकाने वाला रहस्य | Real Horror Story in Hindi
अगले दिन जब स्टेफ़ाना कॉलेज गई, तो उसके माता-पिता ने उसके कमरे की तलाशी ली. उन्हें वहां कुछ किताबें मिलीं – तंत्र-मंत्र और आत्माओं को बुलाने व उनसे संबंधित विषयों पर. माता-पिता ने सोचा कि इन किताबों को हटाने से स्टेफ़ाना ठीक हो जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अगले दिन रात को भी वह चिल्लाने लगी और अजीब हरकतें करती रही.
कैथोलिक होने के नाते, उन्होंने चर्च के फादर से मदद ली, लेकिन स्टेफ़ाना की स्थिति में कोई सुधार नहीं आया. फिर वे डॉक्टरों के पास गए, जहां तमाम टेस्ट कराए गए, लेकिन सभी रिपोर्टों में उसे मानसिक और शारीरिक रूप से पूरी तरह फिट बताया गया. हालांकि, उसकी तबीयत लगातार बिगड़ती जा रही थी और उसका वजन कम हो रहा था. अंत में, स्टेफ़ाना को अस्पताल में भर्ती कराया गया. यह एक अनसुलझा रहस्य बनता जा रहा था.
एक रहस्यमय मौत
जुलाई 1990 में, स्टेफ़ाना को 14 जुलाई को अस्पताल में भर्ती कराया गया, और तीन-चार दिन बाद, सुबह अचानक उसकी मौत हो गई. अस्पताल के डॉक्टर पेड्रो कब्रेरा और जॉर्जिया का कहना था कि इलाज के दौरान उसे कोई बीमारी या समस्या नहीं थी. उसकी आंतरिक अंगों की जांच रिपोर्ट में भी कुछ सामने नहीं आया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसकी मौत का कारण स्फिक्सिया (दम घुटने से) बताया गया. यह सबके लिए चौंकाने वाली बात थी, क्योंकि कोई बीमारी नहीं थी और अचानक उसकी रहस्यमय मौत हो गई थी. Real Horror Story in Hindi
पूरा परिवार सदमे में था. 18 साल की जवान बेटी की मौत के बाद, उन्होंने कैथोलिक रीति-रिवाजों के अनुसार उसे दफना दिया. स्टेफ़ाना के माता-पिता ने उसके कमरे की सभी चीज़ों को वैसा ही रहने दिया, सिवाय उन किताबों के. उसकी माँ ने कमरा साफ करके उसमें ताला लगा दिया.
डरावनी घटनाओं का सिलसिला शुरू
कुछ दिनों तक तो सब सामान्य रहा, लेकिन फिर चीजें और बिगड़ गईं. स्टेफ़ाना के कमरे से अजीबोगरीब चिल्लाने की आवाजें आने लगीं, जो बाथरूम और बालकनी से भी आती थीं. अगले दिन जब माता-पिता ने कमरा देखा, तो दीवारों पर खरोंच के ताज़ा निशान थे. कमरे के अंदर अचानक बहुत तेज और ठंडी हवा चलने लगी, जबकि घर के बाहर का तापमान सामान्य था. यह स्पष्ट रूप से एक प्रेतवाधित घर (Haunted House) का संकेत था.
उन्होंने कमरे में ताला लगाया, लेकिन अगली रात फिर वही आवाजें आने लगी और सुबह देखा तो दरवाजा खुला मिला. लगातार ऐसी घटनाओं के बाद, माता-पिता ने पड़ोसियों से बात करने का फैसला किया. पड़ोसियों ने खुद बताया कि उन्हें भी रात में उनके घर से ऐसी आवाजें सुनाई देती हैं, खासकर स्टेफ़ाना के कमरे के पास वाले पड़ोसियों को. Real Horror Story in Hindi
पड़ोसियों और शिक्षकों की गवाही
उस रात कुछ पड़ोसी उनके घर रुके. उन्होंने भी वही सब अनुभव किया – ठंडी हवाएँ, चीज़ें गिरना, और पूरा कमरा अस्त-व्यस्त पड़ा था, जैसे कोई उसमें रह रहा हो और चीज़ें फेंक रहा हो. तस्वीरें गिर जाती थीं, चीज़ें अपनी जगह से हट जाती थीं.
समय बीतता गया, और जब स्कूल में स्टेफ़ाना की मौत और घर में हो रही घटनाओं के बारे में पता चला, तो तीन शिक्षिकाएँ उसके माता-पिता से मिलने आईं, जिनमें स्कूल की एक नन भी थी. उन्होंने स्टेफ़ाना के माता-पिता को कुछ ऐसा बताया जिससे वे सदमे में आ गए और उन्हें समझ में आ गया कि उनके घर में ऐसा क्यों हो रहा है.
शिक्षिका ने बताया कि स्टेफ़ाना अपनी एक करीबी दोस्त के साथ (जिसके बॉयफ्रेंड की बाइक दुर्घटना में मौत हो गई थी) और दो अन्य लड़कियों के साथ स्कूल के पीछे एक घेरा बनाकर बैठी थी. उनके बीच एक लकड़ी का बॉक्स रखा था, जिस पर एक ग्लास रखा था. वे ऊइजा बोर्ड (Ouija board) का अभ्यास कर रही थीं, जिससे आत्माओं को बुलाया जाता है. जब शिक्षिका ने उन्हें डांटा और बोर्ड फेंका, तो उस ग्लास में से एक सफेद रंग का साया निकला और स्टेफ़ाना के नाक और मुँह से उसके शरीर में प्रवेश कर गया.
यह घटना स्टेफ़ाना की मौत से लगभग 7-8 महीने पहले की थी. यह सुनकर माता-पिता को समझ में आ गया कि स्टेफ़ाना का व्यवहार तभी से बदलना शुरू हुआ था. यह एक अजीबोगरीब घटना थी जिसने परिवार को सोचने पर मजबूर कर दिया. Real Horror Story in Hindi
फोटो में लगी आग और पुलिस की एंट्री
करीब दो साल बाद, 1 नवंबर 1992 को, स्टेफ़ाना के माता-पिता एक बार फिर उसके कमरे में गए. इस बार जो हुआ, वह चौंकाने वाला था. जैसे ही वे कमरे में गए, जीसस की फोटो अचानक दीवार से उल्टी होकर गिर गई. जब स्टेफ़ाना की माँ ने उसकी फोटो उठाई (जिसे आप सर्च करेंगे तो देख सकते हैं), तो जैसे ही उन्होंने उसे ऊपर रखा, वह फिर से नीचे गिर गई. जब पिता ने उसे उठाया, तो उनके हाथ से वह अचानक छूट गई. चौंकाने वाली बात यह थी कि उस फोटो में सिर्फ स्टेफ़ाना के चेहरे पर आग लगनी शुरू हो गई थी, जबकि फ्रेम और आसपास कुछ नहीं जला था.
यह देखकर परिवार बहुत डर गया. उन्होंने सोचा कि इस कमरे को बंद करना पड़ेगा. उसी दिन स्टेफ़ाना की माँ ने प्लम्बर को बुलाकर गेट को पूरी तरह से बंद करवा दिया और उसके बाहर भारी फर्नीचर रखवा दिया ताकि गेट खुल न पाए. लेकिन उस रात आवाजें और शोर पिछली रातों की तुलना में कई गुना ज्यादा तेज था. अगले दिन सुबह, प्लम्बर द्वारा बंद किया गया गेट खुला मिला, और सारा सामान इधर-उधर बिखरा पड़ा था.
अब माता-पिता ने अपने दोनों बच्चों को लेकर उस घर से चले जाने का फैसला किया. लेकिन जिस रात उन्होंने यह सोचा था, उसी रात स्टेफ़ाना की माँ को महसूस हुआ कि सोते समय कोई उनका गला दबा रहा है और उन्हें मारने की कोशिश कर रहा है. यह डरावना अनुभव उन्हें परेशान कर रहा था.
आधिकारिक पुलिस जांच और अनसुलझा रहस्य
यह 26 नवंबर 1992 की बात है, जब परिवार ने पुलिस को फोन करने का फैसला किया. उन्होंने बताया कि गली नंबर आठ में उनके अपार्टमेंट में कुछ पैरानॉर्मल एक्टिविटीज (Paranormal Activities) हो रही हैं, कुछ अजीब सी चीजें (Unexplained Phenomena) हो रही हैं. इंस्पेक्टर जोस नेग्रि अपनी चार ऑफिसर्स की टीम के साथ अपार्टमेंट के बाहर पहुँचे. उन्होंने देखा कि पूरा परिवार बाहर खड़ा था, उन्हें घर के अंदर जाने की हिम्मत नहीं हो रही थी.
इंस्पेक्टर ने दो कांस्टेबल को परिवार के साथ बाहर रहने को कहा और खुद मिस्टर गुटिएरेस (स्टेफ़ाना के पिता) और दो अन्य कांस्टेबलों के साथ घर के अंदर गए. अंदर जाते ही उन्होंने देखा कि मास्टर बेडरूम (जहाँ स्टेफ़ाना का कमरा था) में चीजें अचानक गिरने लगीं. अजीबोगरीब आवाजें आने लगीं, जो स्टेफ़ाना के कमरे की बालकनी और बाथरूम से आ रही थीं. जब कांस्टेबलों ने जाकर देखा, तो वहां कुछ भी नहीं था. पुलिसवालों ने अचानक पूरे कमरे में बहुत तेज ठंडी हवा महसूस की, जबकि बाहर ऐसी कोई हवा नहीं थी.
स्टेफ़ाना के पिता ने बताया कि ये सब चीजें रात में ही होती हैं. उन्होंने एक और नई बात बताई कि उनके बेटे मैक्सी के कमरे में दो बेड हैं. वे उसे एक बेड पर सुलाते हैं, लेकिन वह अगले दिन सुबह दूसरे बेड पर मिलता है, और यह सब खुद से नहीं होता. उन्होंने दावा किया कि उन्होंने अपनी आँखों से देखा है कि वह हवा में उछलकर दूसरे बेड पर जाता है. पुलिसवालों को इस बात पर विश्वास नहीं हुआ.
तो इंस्पेक्टर जोस नेग्रि ने उसी रात परिवार के साथ रुकने का फैसला किया, ताकि वे खुद इन घटनाओं को देख सकें. पुलिस के सामने रात में उस लड़के के कमरे में वही सब हुआ. बच्चा अपने बेड पर सो रहा था और अचानक वह दूसरे बेड पर उछलकर गिर गया. उसके कमरे में लगी जीसस की फोटो भी उल्टी होकर गिर गई. स्टेफ़ाना के कमरे से आवाजें आने लगी थीं, चीजें अपने आप इधर-उधर फेंकी जा रही थीं. यह सब देखकर पुलिस भी हैरान थी; यह वाकई एक सच्ची डरावनी कहानी (True Horror Story) थी.
एक पुलिस रिपोर्ट जिसे “अनएक्सप्लेन्ड” कहा गया
यह सब देखकर, 27 नवंबर 1992 को, पुलिस ने अपनी एक रिपोर्ट बनाई. इस रिपोर्ट में पुलिस ने साफ तौर पर लिखा था कि उन्होंने ये सभी घटनाएँ अपनी आँखों से देखी हैं – चीजें इधर-उधर गिर रही थीं, फोटो अपने आप नीचे गिर रहे थे, और बच्चा एक बेड से दूसरे बेड पर गिर गया था. इंस्पेक्टर जोस नेग्रि ने अपनी पूरी रिपोर्ट आधिकारिक तौर पर पुलिस रिकॉर्ड (Police Recorded Paranormal) में जमा की.
यह रिपोर्ट मीडिया में आने के बाद, स्पेन में यह घटना कई दिनों तक चर्चा में रही. कई लोगों ने इसकी जाँच की, कई डॉक्युमेंट्री बनाई गईं. मैड्रिड पुलिस ने अपने आधिकारिक रिकॉर्ड में साफ तौर पर बताया कि उन्हें इस तरह की चीजों का कोई सबूत नहीं मिला है, और यह केस “अनएक्सप्लेन्ड” (अस्पष्ट) है. उन्होंने यह भी कहा कि कोई मानव शक्ति इन घटनाओं के पीछे नहीं है. जितने भी इन्वेस्टिगेटर आए, उनमें से कोई भी इसका समाधान या कारण नहीं निकाल पाया.
इस पर बनी फिल्म को लोग पूरा देख नहीं पाते, और कई लोगों की तबीयत खराब हो जाती है. यह केस इतना महत्वपूर्ण इसलिए है, क्योंकि इसमें गवाह केवल घरवाले या पड़ोसी ही नहीं थे, बल्कि बहुत सारे इन्वेस्टिगेटर, डॉक्युमेंट्री बनाने वाले लोग, और खुद स्पेन की राष्ट्रीय पुलिस टीम मौजूद थी, जिसमें इंस्पेक्टर नेग्रि जैसे वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे. उन सभी ने अपनी आँखों से ये सब देखा था.
यह उस परिवार के लिए एक भयानक स्थिति थी, क्योंकि जब कोई मुसीबत आती है, तो हम प्रशासन या पुलिस के पास मदद के लिए जाते हैं. लेकिन सोचिए, जब पुलिस भी आकर यह कह दे कि इसका कोई स्पष्टीकरण नहीं है और आप बेहतर होगा कि इस जगह को छोड़कर आगे बढ़ें, तो यह कितना बड़ा सदमा होता है.
आज तक, स्पेन के इतिहास में यह पहला और इकलौता ऐसा केस है जो पुलिस रिकॉर्ड (Police Recorded Paranormal) में दर्ज है, और जिसमें पुलिस ने भी माना कि इसमें कोई इंसान का हाथ नहीं है, बल्कि कोई साया या आत्मा जैसी शक्ति कर रही है. इसे स्टेफ़ाना लाराजो के बेल्यूकस केस (Vallecas Case) के नाम से जाना जाता है. यह केस बताना इसलिए जरूरी था, क्योंकि यह अपने आप में एक अकेला ऐसा मामला है जो आधिकारिक रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है और जहाँ पुलिस ने भी पैरानॉर्मल घटनाओं (Paranormal Phenomena) को स्वीकार किया है. Real Horror Story in Hindi