📖 एक दोस्त की ज़ुबानी, जो रूह को झकझोर दे…
“भाई यश, क्या बताऊं… उस एक रात ने मेरी पूरी ज़िंदगी बदल दी। आज भी जब वो रात याद आती है तो रूह कांप उठती है।”
ये कहानी है मेरे दोस्त अमित की, जिसकी गर्भवती पत्नी दो महीने के लिए मायके गई थी। अकेलापन और शरीर की भूख उसे अंधेरे रास्तों की ओर ले जा रही थी।
“Hello यश, क्या बोलूं यार… बीवी को गए एक महीना हो गया है। सब कुछ सूना-सूना है,” अमित ने रात के अंधेरे में कार चलाते हुए कहा।

मैंने मज़ाक में कहा,
“भाई, रोज़ की दाल-रोटी खाते रहोगे तो मुँह सूख ही जाएगा। कभी-कभी तंदूरी होना भी ज़रूरी है… तभी मर्द का दिल खुश रहता है।”
अमित मुस्कुराया, “तू हमेशा उकसाता है, कभी कोई सही जुगाड़ बता भी दिया कर।”
मैंने हँसते हुए कहा,
“अरे बता रहा हूँ, जिस रोड से तू गुजर रहा है, वहाँ एक पुराना पीपल का पेड़ है। उसके नीचे एक ऋषि की टूटी हुई मूर्ति है। उसी के सामने एक लड़की रात में पीठ करके खड़ी मिलती है। लोग कहते हैं वो तेरी रात को यादगार बना सकती है… हाहाहा!”
अमित ने मेरी बात पर यकीन किया। वो भूख उस पर हावी हो चुकी थी। उसने कार उसी दिशा में मोड़ दी।
🌑 वासना की आग और आत्मा से मुठभेड़ (Real Horror Romantic Story)
जैसे ही अमित उस पीपल के पेड़ के पास पहुँचा, अचानक किसी ने उसकी कार का शीशा खटखटाया।
“तुम्हें मेरे बारे में किसने बताया?”
एक सुंदर, मोहक लड़की उसके सामने खड़ी थी। काली साड़ी, चमकती आँखें, और होंठों पर एक रहस्यमय मुस्कान।
“इतनी रात को यहाँ अकेली? डर नहीं लगता?” अमित ने पूछा।
लड़की ने हौले से होंठ चाटते हुए कहा,
“जब तुम जैसे साथी मिल जाएं, तो डर कैसा?”
अमित उस लड़की की ओर खिंचता चला गया। उसके सौंदर्य ने उसकी सोच पर पर्दा डाल दिया था।
“क्या नाम है तुम्हारा?” उसने पूछा।
“कामिनी।” (Real Horror Romantic Story Jaari hai Next page par…)