Lambi Dehar Mines: Mussoorie’s Most Haunted Place – A Real Horror Story

उत्तराखंड के मसूरी में स्थित Lambi Dehar Mines सिर्फ एक परित्यक्त खदान नहीं, बल्कि भारत की सबसे डरावनी जगहों में से एक है। लाखों खनिकों की दर्दनाक मौतें और एक रहस्यमयी चुड़ैल की कहानियाँ इसे एक खतरनाक आकर्षण बनाती हैं। एक व्लॉगर के रूप में, मैंने और मेरी टीम ने इस शापित जगह का सच जानने की हिम्मत की... लेकिन क्या हम सुरक्षित लौट पाए?
Lambi Dehar Mines-Real Horror Story
5
(1)

मसूरी की बर्फीली हवाओं में हमेशा से एक अलग ही रहस्य और रोमांच घुला रहा है। देवदार के ऊँचे पेड़, धुंध से ढकी वादियाँ और दूर से आती मंदिरों की घंटियाँ, सब कुछ एक अनूठा जादू बिखेरता है। पर इसी सुंदरता के आगोश में छिपा है एक ऐसा अँधेरा, जिसका नाम सुनते ही रूह काँप उठती है – Lambi Dehar Mines, Mussoorie। यह सिर्फ़ एक पुरानी खदान नहीं है, बल्कि लाखों श्रमिकों की चीखों और एक भयानक चुड़ैल के साये से लिपटा एक ऐसा स्थान है जहाँ सूर्यास्त के बाद जाने की हिम्मत कोई नहीं करता। अगर आप India’s Most Haunted Places या Mysterious Places in Mussoorie खोज रहे हैं, तो यह कहानी आपके लिए है।

मेरा नाम अर्जुन है, और मैं एक ट्रैवल व्लॉगर हूँ। मेरा जुनून भारत की सबसे haunted and mysterious places को एक्सप्लोर करना और उनके पीछे की कहानियों को दुनिया के सामने लाना है। Lambi Dehar Mines हमेशा से मेरी सूची में सबसे ऊपर रही है। मैंने इसके बारे में बहुत कुछ पढ़ा था – लाखों खनिकों की दर्दनाक मौतें, जो खून खाँसते हुए दम तोड़ गए थे, और पहाड़ियों पर भटकने वाली एक चुड़ैल की डरावनी कहानियाँ जो राहगीरों को अपना शिकार बनाती है। मेरे दोस्तों और परिवार ने मुझे वहाँ जाने से रोका, लेकिन एक पत्रकार के रूप में मेरा जुनून और एक व्लॉगर के रूप में मेरा आत्मविश्वास मुझे खींच रहा था।

मसूरी का खौफनाक सफर: Lambi Dehar Mines की ओर

यह जून का महीना था, जब मैंने अपनी टीम के साथ मसूरी के लिए प्रस्थान किया। मेरी टीम में मेरा कैमरामैन, रवि, जो हर स्थिति में शांत रहता था, और हमारी ध्वनि रिकॉर्डिस्ट, नेहा, जो थोड़ी डरपोक लेकिन अपने काम में माहिर थी, शामिल थे। हम तीन दिन मसूरी में रुके, आस-पास के पर्यटन स्थलों का दौरा किया, और स्थानीय लोगों से Lambi Dehar Mines के बारे में बातचीत की। ज़्यादातर लोगों ने हमें वहाँ जाने से मना किया, लेकिन कुछ बुजुर्गों ने दबी ज़ुबान में कुछ ऐसी बातें बताईं जिन्होंने हमारे इरादों को और पुख़्ता कर दिया।

“बेटा, वहाँ मत जाओ,” एक बूढ़े दुकानदार ने कहा था, जिसकी आँखों में डर साफ़ झलक रहा था। “वो जगह शापित है। जो भी वहाँ गया है, कभी पूरा लौटकर नहीं आया।” उसने हमें बताया कि कैसे रात के समय खदान से अजीबोगरीब आवाजें आती हैं, जैसे कोई खाँस रहा हो, या कोई दर्द से कराह रहा हो। कुछ लोगों ने तो दावा किया था कि उन्होंने खदान के मुहाने पर एक औरत की आकृति देखी है, जिसके बाल बिखरे हुए हैं और आँखें अंगारों की तरह चमकती हैं। ये सभी कहानियाँ Lambi Dehar Mines truth की ओर इशारा कर रही थीं।

खदान के अंदर का डरावना अनुभव

हमने होटल में अपना बेस बनाया और पहले दिन माइंस के बाहरी इलाके का दौरा किया। दिन के उजाले में भी, उस जगह पर एक अजीब सी खामोशी और उदासी छाई हुई थी। पुरानी खदान की इमारतें जर्जर हो चुकी थीं, लोहे की सीढ़ियाँ जंग खा चुकी थीं, और हवा में एक अजीब सी दुर्गंध घुली हुई थी। मैंने अपने कैमरे पर उस जगह के कुछ शॉट्स लिए, और रवि ने आसपास की आवाज़ें रिकॉर्ड कीं। मुझे एक अजीब सी बेचैनी महसूस हो रही थी, जैसे कोई अदृश्य शक्ति हमें देख रही हो।

रात को, हमने अपने उपकरणों की जाँच की। हमारे पास night-vision cameras, sound recorders, कुछ टॉर्च और प्राथमिक उपचार किट थी। हमारा प्लान था कि हम रात 11 बजे खदान के अंदर जाएंगे और सुबह 3 बजे तक वहाँ रहेंगे। हमने तय किया था कि हम केवल खदान के सुरक्षित हिस्से में ही जाएंगे, जहाँ गिरने का खतरा कम हो।

जैसे-जैसे रात गहराती गई, मेरी धड़कनें तेज़ होती गईं। मसूरी की ठंडी हवा भी अब मुझ पर कोई असर नहीं कर रही थी। रात के 10:30 बजे, हमने होटल छोड़ा और Lambi Dehar Mines की ओर बढ़ने लगे। सड़क सुनसान थी, और चाँद बादलों के पीछे छिपा हुआ था, जिससे अँधेरा और भी घना लग रहा था। हमारी गाड़ी की हेडलाइट्स अँधेरे को चीरती हुई आगे बढ़ रही थीं, और पेड़ों की परछाइयाँ किसी डरावनी आकृति की तरह लग रही थीं।

माइंस के गेट पर पहुँचते ही, एक अजीब सी शांति छा गई। हवा पूरी तरह रुक गई थी, और हमें सिर्फ़ अपनी साँसों की आवाज़ सुनाई दे रही थी। रवि ने कैमरा ऑन किया, और मैंने अपनी टॉर्च जलाई। खदान का प्रवेश द्वार एक विशाल, अँधेरा मुँह लग रहा था, जो हमें निगलने के लिए तैयार था।

हमने धीरे-धीरे खदान के अंदर कदम रखा। अंदर की हवा और भी ठंडी थी, और एक अजीब सी नमी महसूस हो रही थी। टॉर्च की रोशनी में, हमने खदान की दीवारों पर काई जमी हुई देखी, और ज़मीन पर पत्थरों और मलबे का ढेर पड़ा था। हमने सावधानी से आगे बढ़ना शुरू किया।

जैसे ही हम थोड़ा अंदर पहुँचे, हमें कुछ अजीब आवाज़ें सुनाई देने लगीं – जैसे कोई धीमी आवाज़ में खाँस रहा हो। यह आवाज़ बहुत दूर से आ रही थी, लेकिन इतनी स्पष्ट थी कि हमें अपनी साँसें रोकनी पड़ीं। नेहा ने डरकर मेरा हाथ पकड़ लिया।

हमने आगे बढ़ना जारी रखा, और आवाज़ें थोड़ी और स्पष्ट होती गईं। अब हमें खाँसने के साथ-साथ किसी के कराहने की आवाज़ भी सुनाई दे रही थी। ऐसा लग रहा था जैसे कोई बहुत दर्द में हो। रवि ने अपना ध्वनि रिकॉर्डर ऑन कर दिया और हर आवाज़ को रिकॉर्ड करने लगा।

अचानक, हमें अपने सामने एक आकृति दिखाई दी। यह एक परछाई थी, जो दीवार पर हिल रही थी। हमने अपनी टॉर्च उस पर केंद्रित की, लेकिन वह तुरंत गायब हो गई। हम तीनों एक-दूसरे को देखने लगे। क्या यह Lambi Dehar Mines’ Witch थी?

चीखें और एक अदृश्य शक्ति का अहसास

Lambi Dehar Mines-Real Horror Story
Lambi Dehar Mines-Real Horror Story

हम एक बड़े हॉल में पहुँचे, जहाँ खदान की कुछ पुरानी मशीनरी पड़ी थी। सब कुछ जंग खा चुका था और धूल से ढका हुआ था। हॉल में अजीब सी गूँज थी, और हमें ऐसा लग रहा था जैसे कोई हमें देख रहा हो। रवि ने कैमरे को चारों ओर घुमाया, हर कोने को कैप्चर करने की कोशिश कर रहा था।

तभी, हमें एक ज़ोरदार खाँसी की आवाज़ सुनाई दी, जो हमारे ठीक पीछे से आई। हम तीनों एक साथ उछल पड़े और मुड़कर देखा। वहाँ कोई नहीं था। लेकिन हॉल में ठंडी हवा का एक झोंका महसूस हुआ, जिसने हमारे रोंगटे खड़े कर दिए।

हम हॉल से निकलकर एक संकरे गलियारे में प्रवेश किया। यहाँ अँधेरा और भी घना था, और हवा में एक अजीब सी बदबू आ रही थी, जैसे सड़े हुए मांस की। हमें ऐसा लगा जैसे किसी ने हमारा हाथ पकड़ लिया हो, लेकिन जब हमने देखा तो कुछ नहीं था। यह एक भयानक अहसास था।

गलियारे के अंत में, हमें एक छोटी सी कोठरी दिखाई दी। कोठरी के अंदर से धीमी, फुसफुसाती आवाज़ें आ रही थीं। ऐसा लग रहा था जैसे कई लोग एक साथ बात कर रहे हों, लेकिन उनकी आवाज़ इतनी धीमी थी कि हमें कुछ समझ नहीं आ रहा था। मैंने धीरे से कोठरी के अंदर झाँका।

मेरी टॉर्च की रोशनी में, मुझे ज़मीन पर बिखरे हुए कुछ पुराने उपकरण और कुछ सूखे हुए पत्तों का ढेर दिखाई दिया। लेकिन उन सबके बीच, मुझे एक bloodstain दिखाई दिया – सूखा हुआ, लेकिन स्पष्ट। मेरा दिल ज़ोर से धड़कने लगा।

चुड़ैल का सामना: एक भयानक हकीकत

तभी, कोठरी के अंदर से एक भयानक, चीखने जैसी आवाज़ आई, जिसने हमारे कान फाड़ दिए। यह इतनी तेज़ी से आई कि हम तीनों सदमे में वहीं जम गए। आवाज़ इतनी तीखी और दर्दनाक थी, जैसे कोई आत्मा चीख रही हो।

हमने तुरंत कोठरी से पीछे हटना शुरू किया। हमारी धड़कनें अनियंत्रित हो चुकी थीं, और हमें महसूस हो रहा था कि हम किसी ऐसी चीज़ का सामना कर रहे हैं जो इंसानी नहीं है। हम वापस उसी बड़े हॉल में पहुँचे, जहाँ हमने पहले मशीनरियां देखी थीं।

हॉल में आते ही, हमें एक और चौंकाने वाली चीज़ दिखाई दी। हमारी टॉर्च की रोशनी में, हमने हॉल के बीच में एक dark figure को खड़ा देखा। वह एक औरत की तरह दिख रही थी, जिसके बाल बिखरे हुए थे और शरीर पर कोई कपड़ा नहीं था। वह हमारी ओर पीठ किए खड़ी थी, और उसकी पीठ पर कुछ अजीब से निशान थे।

हम वहीं खड़े रहे, सांसें रोके हुए। हम समझ नहीं पा रहे थे कि यह क्या है। क्या यह वही witch थी जिसके बारे में हमने सुना था?

अचानक, वह आकृति धीरे-धीरे हमारी ओर मुड़ने लगी। जैसे ही उसका चेहरा हमारी ओर आया, हमें उसकी आँखें दिखाई दीं – वे अंगारों की तरह चमक रही थीं, और उनमें कोई पुतली नहीं थी। उसका चेहरा विकृत था, और उसके मुँह से अजीब सी आवाज़ें निकल रही थीं, जैसे कोई हँस रहा हो, लेकिन उस हँसी में कोई खुशी नहीं थी, सिर्फ़ भयानक शैतानी थी।

नेहा ने एक ज़ोरदार चीख मारी। मैं और रवि भी पूरी तरह से डर चुके थे। हम समझ गए थे कि अब हमें यहाँ से भागना होगा।

“भागो!” मैंने चिल्लाते हुए कहा।

हम तीनों ने पलटा और खदान के प्रवेश द्वार की ओर दौड़ना शुरू कर दिया। पीछे से हमें उस चुड़ैल की भयानक हँसी सुनाई दे रही थी, जो हमारी रीढ़ की हड्डी में सिहरन पैदा कर रही थी। ऐसा लग रहा था जैसे वह हमारे ठीक पीछे आ रही हो।

हम अँधेरे गलियारों में तेज़ी से भाग रहे थे, पत्थरों और मलबे पर फिसलते हुए। हमारी टॉर्च की रोशनी आगे-पीछे हिल रही थी, जिससे अँधेरा और भी भ्रमित करने वाला लग रहा था। हमें अपने पीछे किसी के तेज़ कदमों की आवाज़ सुनाई दे रही थी, और कभी-कभी ऐसा लगता था जैसे किसी ने हमारे कंधे को छुआ हो।

रवि, जो मेरे पीछे दौड़ रहा था, अचानक गिर पड़ा। मैंने मुड़कर देखा। उसका पैर मुड़ गया था, और वह दर्द से कराह रहा था। चुड़ैल की हँसी और भी पास आ गई थी।

“उठो रवि, जल्दी!” मैंने उसे उठाया।

नेहा ने भी रवि को सहारा दिया, और हम लंगड़ाते हुए आगे बढ़ने लगे। हम खदान के प्रवेश द्वार के करीब पहुँच रहे थे, और बाहर की रोशनी हमें एक उम्मीद दे रही थी।

एक डरावनी याद जो हमेशा रहेगी – Lambi Dehar Mines | Real Horror Story

जैसे ही हम खदान से बाहर निकले, हमें एक ज़ोरदार हवा का झोंका लगा, जिसने हमें पीछे धकेल दिया। हमने मुड़कर देखा। खदान के मुहाने पर, वह काली आकृति खड़ी थी। उसकी आँखें अभी भी अंगारों की तरह चमक रही थीं, और उसका मुँह एक भयानक हँसी में खुला था।

वह हमें कुछ पल देखती रही, फिर धीरे-धीरे अँधेरे में विलीन हो गई।

हम तीनों बेतहाशा दौड़ते हुए अपनी गाड़ी की ओर भागे। जैसे ही हम गाड़ी में बैठे, मैंने इंजन स्टार्ट किया और तेज़ी से वहाँ से निकल गया। हम मसूरी की सड़क पर बिना रुके दौड़ते रहे, जब तक कि हमें लगा कि हम सुरक्षित दूरी पर आ गए हैं।

होटel पहुँचकर, हम पूरी तरह से थक चुके थे और सदमे में थे। हमने एक-दूसरे से बात नहीं की, बस अपने कमरे में जाकर बैठ गए। रवि के पैर में चोट लगी थी, लेकिन उस समय उसे दर्द का एहसास नहीं हो रहा था।

अगले दिन सुबह, हम सब उठे, लेकिन रात की भयानक घटना ने हम पर गहरा असर डाला था। हमने तय किया कि हम Lambi Dehar Mines पर अपना व्लॉग नहीं बनाएंगे। यह एक ऐसी कहानी थी जिसे कैमरे पर कैद नहीं किया जा सकता था। कुछ अनुभव ऐसे होते हैं जो शब्दों में बयां नहीं किए जा सकते।

हमने मसूरी छोड़ दिया, लेकिन Lambi Dehar Mines का अनुभव हमारे ज़ेहन में हमेशा के लिए कैद हो गया। हमें आज भी रात में वह खाँसने की आवाज़ें, वह कराहने की चीखें, और वह भयानक हँसी सुनाई देती है। वह चुड़ैल, जो लाखों खनिकों के दर्द और पीड़ा से जन्मी थी, आज भी उस जगह पर भटकती है, और जो भी उसकी दुनिया में झाँकने की कोशिश करता है, उसे अपने भयानक साये में लपेट लेती है। Lambi Dehar Mines-Real Horror Story

क्या आप कभी Lambi Dehar Mines जाने की हिम्मत करेंगे, या आप भी उस अँधेरे से दूर रहना चाहेंगे जो वहाँ हमेशा के लिए बस गया है? अपनी राय comments में बताएँ!

How useful was this post?

Click on a star to rate it!

Average rating 5 / 5. Vote count: 1

No votes so far! Be the first to rate this post.

As you found this post useful...

Follow us on social media!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *