विफल प्रयास और एक और बड़ी कीमत
उसने वो ब्लड लिया, वापस से पहुँची। उसने रवि को कॉल किया, लेकिन रवि ने तो उसका नंबर ब्लॉक किया हुआ था! तो इस बार उसने एक नया नंबर लिया। उस नए नंबर से उसने रवि को कॉल किया। रवि ने कॉल उठाया, और जैसे उसे पता लगा कि माया है, उसने वापस से उस नंबर को भी ब्लॉक कर दिया!
फिर उसने अपने कलीग से बात की, उससे बोला कि रवि से बात करें, मुझे उससे एक बार मिलना है। बहुत रोने-गिड़गिड़ाने के बाद, फाइनली रवि तैयार हुआ कि वो उससे मिलने आएगा। लेकिन उसकी कंडीशन यही थी कि वो सुबह आएगा और शाम को चला जाएगा। और इसके बाद वो कभी दोबारा उससे मिलने के लिए नहीं कहेगी। माया इस चीज़ के लिए तैयार हो गई, क्योंकि उसे तो बस थोड़ा सा टाइम चाहिए था अपनी इस योजना को सफल बनाने के लिए।
लेकिन हुआ कुछ और ही। रवि वहाँ से निकला, लेकिन निकलते-निकलते उसके हाथ पर या पता नहीं हाथ पर किसी वजह से चोट लग गई। और चोट लगने की वजह से उसने अपना आने का प्लान कैंसिल कर दिया। तो अब माया का प्लान फेल हो गया, और वो अपनी इस योजना में असफल हो गई। रवि उससे मिलने नहीं आया, और वो उसे वो ब्लड पिला ही नहीं पाई।
तो फिर से गई उस लेडी के पास। उसने उसको बताया। उस लेडी ने बोला कि, “इस बार ₹21,000 लगेंगे। और अगर इस बार तुम उसे नहीं पिला पाई, ये चीज़ें नहीं खिला-पिला पाई, तो उसमें मैं कुछ नहीं कर सकती।“
तो माया उससे बोलती है कि, “मैं क्या करूँ? वो आता ही नहीं है! एक काम करो, मैं आपको ₹10,000 और दूँगी! आप कुछ ऐसा करो कि वो आए! जब वो आएगा, तभी तो मैं उसे कुछ खिला-पिला पाऊँगी!”
अब ये बातचीत करके वो वापस वहाँ से आ गई। इधर उसे पता लगा कि रवि का एक्सीडेंट हो गया है! तो अब एक्सीडेंट होने के बाद उसके पैर में फ्रैक्चर हो गया था, तो वो तो आ ही नहीं सकता था। तो माया ने प्लान बनाया कि वो उससे मिलने जाएगी। वो वहाँ जाती है, उसे जाकर बोलती है कि उसे बहुत दुख हुआ है ये सुनकर कि उसका एक्सीडेंट हुआ है, और अब जब तक वो ठीक नहीं हो जाता, वो यहीं रहेगी, उसकी केयर करेगी।
अब माया रास्ते ढूँढ रही थी कि किसी तरह वो ब्लड किसी चीज़ में मिलाकर वो उसे खिला दे या पिला दे। अब ये सभी को पता है कि ब्लड में स्मेल होती है। तो उसने चाय में डाली, तो चाय में अजीब स्मेल आ रही थी, उसने चाय नहीं पी। उसने जूस में डाला, जूस में अजीब सी स्मेल हो गई, रवि ने जूस में भी वो चीज़ नहीं पी। एक्चुअली, माया के हाथ से उसकी नोज़ पर वो स्मेल आ गई थी। वो बहुत ही अजीब सी उसकी स्मेल थी, इसलिए वह माया के हाथ से कुछ भी खा-पी ही नहीं रहा था।
थक हार कर माया वापस वहाँ से आ गई। और उसका पैसा भी वेस्ट हो गया, और सबसे बड़ी बात, उसका जो प्लान था वो फेल हो गया, और वो डिप्रेशन में चली गई। आते ही रोना-पीटना शुरू कर दिया उसने कि, “पता नहीं मेरे साथ ऐसा क्यों हो रहा है! मुझसे किस बात का बदला लिया जा रहा है? वो मुझसे प्यार नहीं करता, लेकिन मैं तो उससे प्यार करती हूँ!“
जिन का सौदा और भयानक परिणाम
अब फिर से उसकी ये हालत देखकर, वो जो उसके सीनियर थे जिनसे पिछली बार वो पीर बाबा के पास गई थी, वो उन्हें एक और पहुँचे हुए पीर बाबा के पास लेकर गए। उन्होंने कहा कि, “मैंने चमत्कार होते हुए देखे हैं। यहाँ से तुम्हें अपनी प्रॉब्लम का सलूशन ज़रूर मिलेगा। और इस बार मैं भी तुम्हारे साथ चलूँगा।“
वो उसे लेकर गए। वो लोग पीर को ‘इसर’ बोलते थे। तो वो लोग उन इसरार से मिले। तो जो इसर थे, उनको पूरी बात बताई गई। उसकी बात सुनने के बाद उन्होंने बोला कि, “तुम्हारा काम हो सकता है, लेकिन तुम्हें उसे कुछ खिलाना पड़ेगा। एक कीड़े की खाल के अंदर एक मंत्र बाँध के दूँगा, और एक मुअक्किल को उसके साथ बाँध के भेजेंगे। वो मुअक्किल उसके शरीर में जाकर रहेगा, और वो उसे खींच कर यहाँ लेकर आएगा। लेकिन वो मुअक्किल उसके अंदर रहेगा, कब्ज़ा करेगा, तभी वो उसे यहाँ ला सकता है। बताओ, तुम्हें मंज़ूर है?“
अब मैं आपको यहाँ बता दूं, ‘मुअक्किल’ का मतलब यहाँ पर है एक जिन। वो जो इसरार थे, वो एक जिन को बाँध के भेजेंगे, एक जिन को भेजेंगे उस लड़के के शरीर में। वो उसके शरीर पर कंट्रोल करेगा, उसके माइंड पर कंट्रोल करेगा, और फिर वो उसे माया के पास लेकर आएगा।
अब माया इतनी पागल थी, इतनी ऑब्सेस्ड थी रवि को लेकर कि उसे जब दिख गया कि रवि इतनी आसानी से मेरे पास आ सकता है, तो उसने ये नहीं सोचा, ये नहीं पूछा कि उसको निकालेंगे कैसे! उसने फटाफट से हाँ बोल दिया!
उसके हाँ बोलने के बाद, उन्होंने कहा कि सब काम करने के लिए एक तो भैंसा लगेगा, और वो जो स्किन है, वो लाने का भी पैसा लगेगा। “भैंसे के ₹35,000 और वो चमड़ी लाने के ₹45,000 लगेंगे। और अगले जुम्मे तक तुमको ये लाना पड़ेगा, तब जाकर तुम्हारा काम होगा।”
माया ने कुछ नहीं सोचा। वो गई, उसने अपनी एफडी तोड़ी, कुछ लोगों से पैसे उधार लिए, और अगले जुम्मे से पहले-पहले उसने वो ₹70,000 लाकर उसको दे दिए।
और उस शुक्रवार के बाद, दो दिन के बाद, आगे होकर रवि का कॉल आया माया के पास! उसने उसे सोशल, सारे सोशल मीडिया पे से ब्लॉक हटा दिया, उसके फोन नंबर को अनब्लॉक कर दिया। उसने खुद उससे फोन करके माफ़ी माँगी, प्यार भरी बातें कीं, वीडियो कॉल शुरू हुए, और इस तरह से माया और रवि का ये जो रिश्ता था, ये वापस से रिस्टार्ट हुआ!
खुशी का भ्रम और काली शक्तियों का गहरा प्रभाव
अब माया बहुत खुश थी। उसने राधिका को फोन किया और उसको बताया कि कैसे उसने जीत हासिल की। उसके लिए बहुत बड़ी विक्ट्री थी। राधिका ने उसे कुछ नहीं कहा, क्योंकि उसे पता था वो कुछ भी कहेगी तो भी वो मानेगी नहीं।
इसके बाद, माया अपने वही जो सीनियर थे जिसने उसकी हेल्प की थी, उसके साथ वो रवि के यहाँ गई। उन लोगों ने पान के अंदर उस स्किन को मिलाकर रवि को खिला दिया।
अब ये जो उन्होंने प्रोसेस किया, इसके बाद ये लोग आ गए, और अब अगले 45 दिन बहुत ज्यादा अहम थे।
अब अगले एक वीक में सब कुछ ठीक हो गया। रवि ने खुद माया से कहा कि, “मुझे पता है कि हमारी शादी बिल्कुल चुपचाप हुई थी, लेकिन वो थी तो शादी ही! मैं अपने घर वालों से बात करूँगा। माया, मैं अब जिंदगी भर तुम्हारे साथ रहना चाहता हूँ!”
माया तो सातवें आसमान पर थी! लेकिन उसे याद आया कि उसने रवि को नुकसान पहुँचाने के लिए, उसे अपने वश में करने के लिए, वहाँ तारापीठ में उस औरत से कुछ करवाया था। वो वापस से वहाँ जाती है, उस लेडी से जाकर बोलती है कि, “जो तुमसे नहीं हुआ, वो मैंने किसी और से करवा लिया है। अब तुमने वो जो डॉल बनाई थी, उसको नष्ट कर दो। अब मुझे उसको कोई दुख नहीं देना है।”
राधिका ने उसे देखकर थोड़ी देर चुप्पी साध ली, और फिर बोली, “जिस राह पर तुम निकल गई हो ना लड़की, वो बहुत खतरनाक है, और अब तुम मुड़ नहीं सकती हो। एक बात बताओ, जिस इंसान से तुमने ये काम करवाया है, उसे ज़रूर पूछ लेना कि उस लड़के के अंदर जो चीज़ उसने डाली है, अगर वो कभी बाहर नहीं निकाल पाया तो?“
माया ने उसकी बात को सुनकर अनसुना कर दिया, क्योंकि वो बहुत खुश थी। वो जो चाहती थी, वो सब हो रहा था। इन 45 दिनों के अंदर रवि करीबन तीन बार माया से मिलने आया। वो अच्छे से रहते, घूमते-फिरते, सब बढ़िया चल रहा था। रवि ने ये भी कहा कि वो अब माया से शादी करना चाहता है, ठीक तरीके से।
माया ने अपने घर पे बात की। घर पे बात करके उसने बताया, तो जब माया के फादर को पता लगा इनके बीच में इतना एज डिफरेंस है, तो एक बार तो उन्होंने शादी के लिए मना कर दिया। उधर रवि के घर पे जब रवि ने बात की, तो उनके घर वाले, मतलब जो भी उसके दादा थे, वो लव मैरिज के सख्त खिलाफ थे। तो इस तरह से ये हुआ कि दोनों ही तरफ जब शादी के लिए मना हो गया, लेकिन यहाँ अब रवि माया का हाथ छोड़ने को तैयार नहीं था।
और एक महीने के अंदर-अंदर ही ये दोनों लिव-इन में रहने लगे। इनको था कि, “ठीक है, शादी तो हमारी हो ही रखी है, घरवाले नहीं मान रहे तो मत मानने दो, हम तो अब साथ ही रहेंगे।”