Horror Story in hindi
विक्की अपनी गरीबी और बार-बार होने वाले अपमान से परेशान था। ये क्या है विक्की? ये तो बस सस्ता सा गुलाब है। नताशा के दोस्त हाके लगाते हैं विक्की को शर्मिंदा करते हुए। अरे वाह गरीबों का राजा ने अपनी रानी के लिए क्या भेंट ला दी है? विक्की, क्या तुमने सोचा था कि मैं तुम्हारे जैसे गरीब लड़के के सस्ते तोहफे से खुश हो जाऊंगी? मुझे तो ऐसे तोहफे चाहिए जो मेरी सुंदरता के बराबर हो। समझे?
नताशा मैं मैं तुम्हें खुश करना चाहता था। अपमानजनक लहजे में नताशा विक्की से कहती है, खुश करना। तुम मुझे ऐसे खुश करोगे इस सस्ते गुलाब से। तुम तो खुद ही एक बोझ हो। चले जाओ यहां से। अरे मुंह क्या देख रहे हो? जाओ। क्या फायदा ऐसी जिंदगी का? जिसमें ना पैसा है ना प्यार। आए दिन हर कोई मजाक उड़ाता है। वैसे जिंदगी से तो मौत ही अच्छी है। तभी उसके कंधे पर किसी ने हाथ रखा। विक्की चौंक गया।
क्या हुआ बच्चा?
जिंदगी से परेशान हो। हां बाबा। जिंदगी में ना तो पैसा है और ना ही प्यार। हर जगह अपमान। पक गया हूं जिंदगी से। चिंता मत कर जो तू चाहेगा वही होगा सिद्धि दूंगा तुझे ऐसी साधना करूंगा तेरे लिए कि सोने चांदी में खेलेगा तू आज अमावस्या है आज की रात ठीक 12:00 बजे बाजू वाले श्मशान में आ जाना लेकिन आप करने क्या वाले हो कौन सी सिद्धि क्या ये सच होती है विश्वास रख तेरी जिंदगी बदल दूंगा हा ओम ओम आ गई तेरी कर्ण पिशाचिनी तुझे जो चाहिए ये देगी इसे नाराज मत करना
तो दोस्तों आइए जानते हैं कि विक्की को कर्ण अन्य पिशाचनी मिलने के बाद उसने नताशा और उसके दोस्तों के साथ क्या किया?
विक्की एक गरीब लड़का था जो अपनी मेहनत और लगन के दम पर हाई प्रोफाइल कॉलेज में स्कॉलरशिप पाकर पढ़ रहा था। अपने पुराने कपड़ों और गरीबी के कारण इस चकाचौंध भरी दुनिया में वह अक्सर खुद को अलग महसूस करता। फिर भी उसके दिल में एक गुप्त चाहत पल रही थी नताशा के लिए नताशा। कॉलेज की सबसे खूबसूरत और लोकप्रिय लड़की जिसकी अदाओं पर हर कोई फिदा था। एक दिन विक्की की किस्मत चमकी जब नताशा ने उससे बात करना शुरू किया। पहले तो विक्की को लगा कि यह कोई सपना है। लेकिन जल्द ही उसे एहसास हुआ कि नताशा सच में उसमें दिलचस्पी ले रही है। वो साथ में समय बिताने लगे। हंसीज़ाक करने लगे और विक्की को लगा कि वो आखिरकार खुश है।
लेकिन खुशी ज्यादा दिन नहीं टिकी। एक दिन कॉलेज के कैंटीन में।
विक्की, तुम्हारी ये पुरानी किताबें यह तुम्हें कितना ज्ञान देती होंगी ना। मैं तो तुम्हारी इस बात से बहुत प्रभावित हूं। अरे नताशा ये तो बस नताशा के दोस्त हंसने लगते हैं विक्की को असहज महसूस कराते हुए। अरे हमारी ब्यूटी क्वीन को तो आखिरकार अपना ब्रेन भी मिल ही गया। अरे तुम लोग चुप करो। विक्की बहुत समझदार और मेहनती है। नताशा विक्की की तरफ देखती है। उसकी आंखों में एक अलग ही चमक थी। विक्की, मैं तुम्हारे लिए कुछ खास करना चाहती हूं। कल कॉलेज में एक ग्रुप डेट है। तुम मेरे साथ चलोगे? हां बिल्कुल। पर एक छोटी सी बात है। मैं चाहती हूं कि तुम मेरे लिए खूबसूरत तोहफा लाओ। कुछ ऐसा जो मुझे हमेशा याद रहे। अरे ये तो बड़ी मुश्किल है विक्की के लिए। देखते हैं क्या लेकर आता है यह गरीब का औलाद। मैं जानती हूं तुम मेरे लिए कुछ भी कर सकते हो विक्की। विक्की नताशा की आंखों में देखता है। उसे सबके सामने नताशा को निराश नहीं करना था। इसलिए हां बोलकर चला जाता है।
दूसरे दिन कॉलेज के कैफे में विक्की नताशा से मिलने जाता है। तो विक्की तुमने मेरे लिए क्या खूबसूरत तोहफा लिया है? नताशा ये तुम्हारे लिए विक्की नताशा को गुलाब देता है। वो उसे लेती है और उसे ध्यान से देखती है। फिर ये क्या है विक्की? यह तो बस एक सस्ता सा गुलाब है। नताशा के दोस्त विक्की को शर्मिंदा करते हुए अरे वाह गरीबों का राजा ने अपनी रानी के लिए क्या भेंट ला दी है?
विक्की क्या तुमने सोचा था कि मैं तुम्हारे जैसे गरीब लड़के के सस्ते तोहफे से खुश हो जाऊंगी। मुझे तो ऐसे तोहफे चाहिए जो मेरी सुंदरता के बराबर हो। समझे? नताशा मैं तुम्हें खुश करना चाहता था। अपमानजनक लहजे में नताशा विक्की से कहती है। खुश करना। तुम मुझे ऐसे खुश करोगे इस सस्ते गुलाब से। तुम तो खुद ही एक बोझ हो। चले जाओ यहां से। अरे मुंह क्या देख रहे हो? जाओ। विक्की की आंखों में आंसू आने लगते हैं। वो अपमानित होकर वहां से निकल जाता है।
चलते-चलते खुद से ही बातें करता रहता है। क्या फायदा ऐसी जिंदगी का? जिसमें ना पैसा है ना प्यार। आए दिन हर कोई मजाक उड़ाता है। वैसे जिंदगी से तो मौत ही अच्छी है। चलते-चलते विक्की अब कॉलेज के पीछे वाले जंगल में चला जाता है और जोर-जोर से रोने और चीखने लगता है। हे भगवान मौत दे दे मुझे। नहीं जीनी ऐसी जिंदगी। तभी उसके कंधे पर किसी ने हाथ रखा।
विक्की चौंक गया। उसने पीछे मुड़कर देखा तो एक भयानक दिखने वाला घोरी साधु उसके पीछे खड़ा था। क्या हुआ बच्चा? जिंदगी से परेशान हो?
हां बाबा। जिंदगी में ना तो पैसा है और ना ही प्यार हर जगह अपमान। पक गया हूं जिंदगी से।
चिंता मत कर।
जो तू चाहेगा वही होगा। सिद्धि दूंगा तुझे। ऐसी साधना करूंगा तेरे लिए कि सोने चांदी में खेलेगा तू। आज अमावस्या है। आज की रात ठीक 12:00 बजे बाजू वाले शमशान में आ जाना।
लेकिन आप करने क्या वाले हो? कौन सी सिद्धि? क्या ये सच होती है?
विश्वास रख तेरी जिंदगी बदल दूंगा।
वैसे भी इस जिंदगी में तो कुछ रखा नहीं है। ठीक है। इस बार बाबा को मिलकर देखता हूं। रात का समय विक्की श्मशान में जाता है और देखता है अघोरी ने अपनी साधना की शुरुआत कर दी थी।
विक्की को देखकर अगोरी ने कहा आ गया बच्चा अब जैसा मैं कहता हूं वैसा तू कर। आज मैं साधना करूंगा कर्ण पिशाचिनी की। वो यहां आएगी और तेरी होकर रहेगी। वो तुझे सब कुछ देगी सब कुछ तेरे कान में लोगों के सब राज बताएगी क्या हुआ था क्या होने वाला है क्या हो चुका है सब जानती है वो उससे मिलेंगे तुझे लोगों के राज और वो राज तू लोगों को बताकर करोड़पति बन जाएगा
विक्की कपड़े उतार कर अघोरी के सामने बैठ जाता है और अघोरी जैसा कहता है वैसे मंत्र जाप करने लगता तभी एक काला धुआं उस जलती हुई आग से बाहर आता है और वो धुआं एक सुंदर लड़की में परिवर्तित हो जाता है।
ले आ गई तेरी कर्ण पिशाचनी तुझे जो चाहिए यह देगी।
सिर्फ इसे नाराज मत करना। बाबा ने कर्ण पिशाचिनी तो दे दी लेकिन पैसा कैसे निकलेगा यह नहीं बताया। तभी कर्ण पिशाचनी वहां आ जाती है और विक्की को उसके पास जो भी है जितना भी है सब कुछ शेयर मार्केट में लगाने बोलती है और विक्की वैसे ही करता है। देखते ही देखते विक्की का पैसा पांच से सात गुना हो जाता है। ऐसा सिलसिला रोज चलता रहा। 10 दिन में ही विक्की के पास बहुत सारा पैसा आ गया था। आज 10 से 12 दिन के बाद विक्की कॉलेज में आया था। विक्की के पास अब पैसों की कोई कमी नहीं थी। लेकिन फिर भी उसने कॉलेज में वही पुराने कपड़े पहन रखे थे जो वो पहले पहनता था।
नताशा और उसकी सहेलियों ने फिर से विक्की को देखा और उसे पार्टी में शामिल होने को कहा। दरअसल उनका इरादा विक्की को चिढ़ाने का था। इसलिए उन्होंने उससे पार्टी देने को कहा। अरे विक्की क्या बात है यार? इतने दिनों बाद दिखाई दिया। नताशा ने बनावटी मुस्कान के साथ कहा। बस ऐसे ही कुछ खास नहीं। विक्की ने शांत स्वर में जवाब दिया। नताशा को पता था विक्की एक गरीब भिखारी है। वो विक्की का अपमान करने का एक भी मौका गवाना नहीं चाहती थी। उसका अपमान करने के इरादे से नताशा ने विक्की से कहा अच्छा आज तो पार्टी बनती है। चलो सबको ट्रीट दो।
दोस्तों सुनो आज विक्की मेरे प्यार के खातिर सबको पार्टी दे रहा है। हां हां क्यों नहीं? हम भी तो देखें तुम्हारे पास कितना पैसा है। दूसरी सहेली ने चुटकी ली। विक्की ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। लेकिन ग्रुप में से एक लड़की ने कुछ महंगा खाना आर्डर किया और कैफे बेटर से कहा भैया बिल विक्की से ले लेना आज उसी की बात है।
सभी जोर-जोर से हंसने लगे।
लेकिन विक्की के चेहरे पर कोई भाव नहीं था। वो चुपचाप खड़ा रहा। मानो कुछ हुआ ही नहीं। विक्की के इस व्यवहार से नताशा और उसकी सहेलियां हैरान थी। उन्हें उम्मीद थी कि विक्की शर्मिंदा होगा। लेकिन वो बिल्कुल शांत था। विक्की ने बेटर को बुलाया और कहा, दोस्त यह सब मेरे दोस्त हैं। हां, जो चाहिए उन्हें खिला देना। पेमेंट मेरी तरफ से ले लेना। यह सुनते ही सब एक दूसरे की तरफ देखने लगे।
कैफे की भीड़ में से आवाज आई। इस फर्टिचर के पास इतने पैसे आए कहां से? विक्की का ऐसा अंदाज देखकर नताशा हैरान हो गई और विक्की का हाथ पकड़ कर बोली, विक्की, चलो यहां से। मुझे तुमसे कुछ बात करनी है। नताशा विक्की का हाथ पकड़ कर कॉलेज के गार्डन में लेकर जाती है। विक्की कहां थे इतने दिन? कितनी फिक्र हो रही थी मुझे तुम्हारी। अगर नेक्स्ट टाइम से ऐसे बिना बोल के कहीं गायब हो जाओगे ना तो देखना मैं तुमसे फिर कभी बात नहीं करूंगी।
नताशा का यह चेंज बिहेवियर विक्की को समझ में आ रहा था। लेकिन विक्की शांत था। कुछ तो बोलो विक्की। अच्छा तुम उस दिन के लिए नाराज हो? अ सॉरी। वो तो ऐसे ही मजाक कर रहे थे। लेकिन ठीक है। अगर तुम्हें वैसा मजाक ठीक नहीं लगता है तो उसके लिए आई एम सॉरी। आई एम वेरी सॉरी। आगे से ऐसा नहीं होगा।
बस नताशा बस। क्यों कर रही हो तुम यह सब मेरे साथ? तुमने मेरे प्यार का मजाक उड़ाया है।
सॉरी ना विक्की प्लीज। ठीक है। लेकिन आगे से ऐसा मजाक मत करना। अच्छा विक्की बाबू ये बताओ ना कि तुम्हारे पास इतने पैसे कहां से आए?
शेयर मार्केट में मुझे 20 लाख का प्रॉफिट हुआ है। यह सुनकर नताशा के होश उड़ जाते हैं। बातें करते-करते शाम होती है। विक्की अपने घर चला जाता है और नताशा अपने हॉस्टल में जाती है। नताशा अपने रूममेट से कहती है यार सुन ना यह फटीचर विक्की के पास ₹ लाख हैं। चल ना कुछ प्लान बनाते हैं जिससे वो पैसे मेरे अकाउंट में आ जाए।
नताशा अपने हॉस्टल के कमरे में अपनी सहेली रिया के साथ बैठी थी। उसके चेहरे पर एक शातिर मुस्कान थी जो उसके मन में चल रही कुटीली योजनाओं की गवाही दे रही थी। रिया मैं तुझे सच बताती हूं। विक्की के लिए मेरा प्यार सिर्फ एक नाटक है। मैं उसे अपने जाल में फंसा रही हूं। लेकिन नताशा तुम तो पिछले कुछ दिनों से उसके साथ इतना प्यार से पेश आ रही थी। ये सब क्या है? अरे वो बेवकूफ मुझ पर फिदा हो गया है। उसे लगता है कि मैं सच में उससे प्यार करती हूं और जब वो पूरी तरह मेरे प्यार में गिर जाएगा ना तब मैं उसका सारा पैसा हड़प लूंगी। लेकिन तुम यह कैसे करोगी? नताशा ने रिया के कान में अपनी योजना का खुलासा किया। रिया नताशा की चालाकी से हैरान थी। उसने कहा लेकिन नताशा क्या तुम्हें नहीं लगता कि यह बहुत गलत है? विक्की तुम्हारे साथ सच्चा है। अरे वो तो एक बेवकूफ है। उसे जो करना है करने दो। मैं बस अपने फायदे के लिए उसे इस्तेमाल कर रही हूं। और एक बार जब मैं उसका सारा पैसा हड़प लूंगी ना तो वो मेरे लिए किसी काम का नहीं रहेगा। नताशा और रिया दोनों हंसने लगी। उनकी हंसी में खतरनाक मंशा छिपी थी।
विक्की को इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि उसके साथ क्या होने वाला था। विक्की कुछ दिनों से अपने घर में कर्ण पिशाचिनी का आवाहन कर रहा था। लेकिन बहुत बार आवाहन करने के बाद भी कर्ण पिशाचिनी का आने या प्रकट होने का कोई संकेत विक्की को नहीं मिल रहा था। और इस बात से विक्की परेशान था। उसने सोचा कि क्यों ना फिर से एक बार अघोरी बाबा से मिल लिया जाए। तभी विक्की के फोन की रिंग बजी। विक्की कहां हो यार? कब से तुम्हारा फोन ट्राई कर रही हूं। अब जाके कहीं फोन लगा है। नताशा फोन तो चालू है मेरा। पता नहीं शायद नेटवर्क प्रॉब्लम होगा। अच्छा ठीक है। तुम्हें पता है ना विक्की? कॉलेज का एनुअल फंक्शन जल्द ही आने वाला है। चलो ना कहीं शॉपिंग करने चलते हैं। ठीक है। तुम मुझे कॉलेज के गेट पर मिलो। हम वहां से चलते हैं साथ में। ठीक है जल्दी आ जाना। मैं तुम्हारा वेट करूंगी।
विक्की ने फोन काट दिया और अपनी बाइक लेके कॉलेज के गेट के पास पहुंचा। नताशा को पिक करके वहां से निकल गए। थोड़ी ही देर में एक आलीशान शॉप में नताशा विक्की को लेकर गई। नताशा को सैंडल और कुछ कपड़े खरीदने थे। विक्की ने एक सैंडल निकाली और नताशा के पैर में वो डाल रहा था। तभी नताशा ने पैर से ही उस सैंडल को फेंक दिया और विक्की से कहा, व्हाट द हेल? कितनी चीप सैंडल है ये। मुझे तो वो चाहिए। नताशा ने इशारे करते हुए विक्की को कहा। दूसरी तरफ एक अमीर औरत कुछ शॉपिंग कर रही थी। नताशा की नजरें उसी पर टिकी हुई थी। उसका पर्स एक जगह गिर गया। नताशा और विक्की दोनों ने वो नोटिस किया। विक्की को लगा उस औरत की पर्स उसे दे देना चाहिए। लेकिन तभी नताशा ने विक्की से कहा, विक्की वो पर्स जल्दी से ले लो ना प्लीज। नताशा तुम्हें पता है मैं यह नहीं कर सकता। ओह विक्की देखो उस औरत को उसे कुछ फर्क नहीं पड़ेगा। और भगवान ने तुम्हें एक चांस दिया है तुम्हें साबित करने का कि तुम मुझसे कितना प्यार करते हो।
विक्की को उस पर्स को चुराना तो नहीं था। लेकिन नताशा के जिद की वजह से उसने वो पर्स उठाया। लेकिन तभी वह अमीर औरत पीछे मुड़ी और उसकी नजर के सामने विक्की उसकी पर्स हाथ में पकड़ रहा था। विक्की ने लड़खड़ाते हुए कहा मैम आपकी पर्स यहां गिर गई थी। थैंक यू सो मच हैंडसम। तुमने तो मेरा दिन बना दिया। दिस इज माय बिजनेस कार्ड। कॉल मी। व्हेनएवर यू रिक्वायर्ड एनी हेल्प? ओह थैंक यू मैम।
नताशा यह सब देख रही थी। जैसे ही वो औरत वहां से मुड़ी, नताशा ने कहा, विक्की, मुझे कुछ नहीं सुनना। यह सैंडल मुझे चाहिए एट एनी कॉस्ट। नताशा, यह बहुत महंगी है। एक काम करो, उस औरत ने तुम्हें बोला ना कि कुछ भी हेल्प चाहिए तो बताना। उसे बोलो यह सैंडल हमें गिफ्ट करने के लिए। नताशा यह क्या कह रही हो? यह बहुत एक्सपेंसिव है। वो ऐसे कैसे देगी हमें गिफ्ट? अरे तो तुमने भी उसकी हेल्प की है ना? और इन अमीर लोगों को कोई फर्क नहीं पड़ता 1 2 लाख से। अगर तुम सच में मुझसे बेहद प्यार करते हो तो तुम इतना तो मेरे लिए कर ही सकते हो। जाओ और उससे बात करो।
विक्की एक दुविधा में फंसा था। वो कैसे उस अनजान औरत से इतनी एक्सपेंसिव सैंडल गिफ्ट में मांगता और कैसे नताशा को यकीन दिलाता कि वो उससे प्यार करता है। उस औरत को नताशा और विक्की के बीच में जो भी हो रहा था उसका अंदाजा था। वो औरत बिल काउंटर पर बिल दे के पीछे मुड़ी और विक्की का परेशान चेहरा देखकर उससे पूछने लगी। ओ हेलो हैंडसम व्हाट हैपेंड परेशान लग रहे हो बताओ मुझे कुछ नहीं मैम मेरी गर्ल गर्लफ्रेंड को यह सैंडल चाहिए था लेकिन यह बहुत एक्सपेंसिव है ओह नो नो यू डोंट वरी आई विल पे फॉर इट तुमने मेरी हेल्प की है तो इतना मेरी तरफ से तो बनता ही है। इतना कहकर उसने विक्की के नजदीक जाकर विक्की के कान में कहा तुम्हें खुद की रिस्पेक्ट करना आना चाहिए। तुम्हारी गर्लफ्रेंड सिर्फ पैसे से प्यार करती है। तुमसे नहीं हैंडसम।
अमीर औरत ने बिलिंग काउंटर वाले लड़के से वो सैंडल पैक करने को बोला और वो बॉक्स विक्की के हाथों में थमाकर गेट के बाहर गई और अदृश्य हो गई। यह नजारा सिर्फ विक्की ने देखा। नताशा का पूरा ध्यान सिर्फ उस महंगी वाली सैंडल पे था।
तो दोस्तों कौन सा राज छुपा हुआ है उस अमीर औरत के गायब होने के पीछे?
विक्की, आई लव यू हनी। मैं बहुत खुश हूं। तुमने मेरे लिए यह कर दिखाया। तुम्हें पता है इस सैंडल की कीमत पूरे 2 लाख। आज तक तुमने पैदा होने से अभी तक इतने के कपड़े तक नहीं खरीदे होंगे। नताशा बार-बार विक्की का अपमान करती थी। लेकिन विक्की उसके प्यार में इतना पागल था कि उसे नताशा के अलावा दूसरा कुछ भी दिखाई नहीं देता था। विक्की ने बाइक स्टार्ट की और नताशा को कॉलेज हॉस्टल में छोड़ने के लिए विक्की निकल पड़ा। तभी सामने से आने वाले बेलगाम ट्रक ने विक्की के बाइक को जोर से धड़क मारी। विक्की ने हेलमेट पहन रखा था तो उसे थोड़ी बहुत चोट आई। लेकिन नताशा बाइक से 20 फीट की दूरी पर बेहोश होकर पड़ी थी।
यह घटना देखकर लोगों की गर्दी जमा हो गई। नताशा का नसीब अच्छा था। वहां बाजू में ही एक एंबुलेंस खड़ी थी। लोगों ने विक्की और नताशा को उठाने में मदद की। एंबुलेंस सिटी हॉस्पिटल में पहुंची। ऑपरेशन थिएटर का लाइट चालू हुआ। विक्की ऑपरेशन थिएटर के सामने टेंशन में बैठा था। जैसे यह खबर नताशा के दोस्तों को मिली। सिटी हॉस्पिटल वो पहुंच गए। तब तक ऑपरेशन चालू था। डॉक्टर साहब बाहर आए। उन्होंने कहा देखिए घबराने की जरूरत नहीं है। पेशेंट को लाने में थोड़ी देर हो जाती तो प्रॉब्लम हो जाता।
थोड़ी देर में पेशेंट को होश आ जाएगा तभी तुम मिल सकते हो। विक्की और उसके दोस्तों के चेहरे पर से तनाव थोड़ा कम हुआ। विक्की और दोस्त नताशा से मिलने अंदर गए तो नताशा होश में तो थी लेकिन सब लोगों को बुरी तरह से बड़ी-बड़ी आंखों से घूर रही थी। उसकी आंखों के नीचे ब्लैक सर्कल बन चुके थे। अब नताशा ने नजरें घुमाई थी और वो बहुत ही विचित्र तरीके से एक दीवार की तरफ देख रही थी। जैसे ही विक्की ने नताशा से पूछा नताशा तुम ठीक तो हो? नताशा ने एकदम से विक्की की तरफ घूरते हुए देखा और चिल्ला के बोली मैं नताशा नहीं हूं। यह आवाज ऐसा था। मानो लड़का और लड़की दोनों एक साथ बोल रहे हैं। सब लोग एक दूसरे की तरफ देखने लगे।
तभी नर्स वहां आई और उसने सबको बाहर वेट करने के लिए कहा। दो दिन बाद हॉस्पिटल से नताशा का डिस्चार्ज हुआ। विक्की और नताशा के दोस्तों ने नताशा को एक ऐसे फ्लैट में लेकर गए जहां वो आराम से रह सकती थी। लेकिन इन सब में नताशा कुछ बोल नहीं रही थी। सिर्फ एक जगह पर देख के घूरती जा रही थी। किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था। नताशा ये तुम्हारी टेबलेट्स हैं। डॉक्टर ने कहा है तुम जल्दी ठीक हो जाओगी। मैंने तुम्हें पहले ही बोला है। मैं नताशा नहीं हूं।
ये मेडिसिन की कोई जरूरत नहीं है। मुझे खाना दो जल्दी से। नताशा के एक दोस्त ने खाने की प्लेट नताशा के सामने रखी। लेकिन ये क्या? नताशा खाना इस तरह से खा रही थी। मानो कोई जानवर खा रहा है। गुस्सैल आवाज़ में नताशा ने फिर से खाना मांगा। खाना दो। और चाहिए। ऐसा करते-करते उसने सभी लोगों का खाना खत्म कर दिया। और पानी मांगने लगी। विक्की ने पानी का गिलास नताशा के हाथ में दिया। वो गिलास नताशा ने फेंक दिया और गुस्से में बोली, घड़ा पानी का और पानी का घड़ा को मुंह लगाकर पानी पीने लगी। यह सब अजीब था। विक्की को समझ आ गया था कि यह सब कुछ नॉर्मल नहीं है। तभी उसे उस अघोरी की बात याद आई। विक्की ने दोस्तों से कहा अब तुम सब यहीं रुको मैं किसी को लेकर आता हूं जो नताशा को ठीक करने में हमारी मदद कर सके।
विक्की रुको मैं भी आता हूं तुम्हारे साथ। अरे नहीं नहीं तुम सिर्फ नताशा का ख्याल रखना। मैं जल्द से जल्द आता हूं। विक्की के दोस्त ने सिर हिला के हां में जवाब दिया और विक्की उस घने जंगल की ओर चला गया। उसने अघोरी बाबा को पूरी हकीकत बताई। अघोरी बाबा विक्की के साथ उसके फ्लैट पर आया। नताशा सो रही थी। अघोरी बाबा को देखकर उसके दोस्त बोले विक्की ये सब क्या है यार तू पागल हो गया है क्या इसे पाखंडी बाबा की नहीं डॉक्टर की जरूरत है ठीक कह रहे हो तुम इस पाखंडी बाबा को निकाल दो यहां से बस करो तुमसे ज्यादा चिंता मुझे है नताशा की वो मेरी गर्लफ्रेंड है कौन सी गर्लफ्रेंड और तुम्हारी कौन सी रिलेशनशिप कॉलेज में सबको पता है कि नताशा तुम्हारी सिर्फ खिंचाई कर रही है वो कोई तुम्हारी गर्लफ्रेंड नहीं है नताशा नताशा की दोस्त रिया ने इतना कहा ही था तो जोर-जोर से नताशा की हंसने की आवाज आने लगी।
उसने अोरी बाबा को देखकर कहा सबको मार डालूंगी मैं।
और तभी लाइट चालू बंद होना शुरू हो गए। चुप कौन हो तुम? और नताशा के शरीर में क्या कर रही हो?
नताशा जोर-जोर से हंसने लगी और अपने हाथ और पैर उल्टे करके जैसे कोई जानवर जलता है वैसे जलने लगी। यह सब देखकर सब लोग डर गए। चलते-चलते अचानक से वो बोलने लगी, मेरा तुमको उखाड़ नहीं सकते। सबको मार डालूंगी मैं सबको।
अब धीरे-धीरे वो दीवार पर चढ़ रही थी। अघोरी बाबा ने अपने हाथ में राख ली और नताशा के ऊपर फूंक दी तो नताशा दीवार से नीचे गिर गई। अघोरी बाबा ने सबको कहा इसे रस्सी से बांध दो। बोल कौन है तू? और यहां किस लिए आई है?
नताशा ने अघोरी को गुस्से से देखा और नजरों से एक सीलिंग पर लटका हुआ झूमर जोर से अघोरी बाबा पर गिराया। अघोरी बाबा बाल-बाल बच गए। उन्होंने एक लकड़ी की काठी से जोर से नताशा के कंधे पर प्रहार किया और फिर से पूछा, “कौन हो तुम? और नताशा के शरीर में क्या कर रही हो?
नताशा रोने लगी और विक्की को बुलाने लगी। विक्की, प्लीज मुझे बचा लो। यह पाखंडी मुझे मार रहा है। प्लीज प्लीज मुझे बचा लो प्लीज।
विक्की उसकी तरफ जाने ही वाला था। तो अघोरी बाबा ने उसे रोका और फिर से लाठी से जोरदार प्रहार नताशा पे किया और मंत्र कहकर पानी नताशा पे छिड़का। तभी नताशा ने कहा मेरा नाम रोहिणी है और मैं इसके शरीर में नहीं आई बल्कि ये मुझ पे लेटी थी और अब ये शरीर मैं नहीं छोड़ूंगी।
नताशा तुम पे कैसे लेटी? सिटी हॉस्पिटल में जो बेड पर मेरी मौत हुई वहां से मेरी बॉडी तो लोग ले गए लेकिन फिर भी मैं वहीं थी और वहीं पे नताशा को लाकर मेरी आत्मा पर अस्पताल वालों ने लिटा दिया। अब मुझे नया शरीर मिला है। इसे मैं नहीं छूंगी।
अघोरी बाबा कुछ मंत्र कहकर अपने कमंडल से पानी हाथ में लेकर अघोरी बाबा नताशा पर छिड़कते हैं और बोलते हैं छोड़ दे इसे। तभी अचानक से एक काला धुआं नताशा के शरीर से निकल कर खिड़की से बाहर चला जाता है और नताशा बेहोश होकर नीचे गिर जाती है। अब गोरी बाबा पानी का छिड़काव नताशा के चेहरे पर करते हैं और नताशा को होश आ जाता है। मैं मैं कहां हूं? विक्की और और तुम सब लोग यहां मैं यहां कैसे बहुत दर्द हो रहा है नताशा तुम चिंता मत करो कुछ नहीं हुआ तुम सिर्फ अभी आराम करो बाकी बातें बाद में करेंगे विक्की नताशा को बेड पे सुला के अघोरी बाबा को लेकर बाहर चला जाता है उसके साथ सभी दोस्त भी अपनेपने घर निकल जाते हैं बाबा ये क्या था सच में कोई भूत नताशा पर हावी हो गया था हां बेटा बेटा वो सच में एक भूतनी थी और उसे तेरे कर्ण पिशाचनी ने भेजा था।
लेकिन बहुत दिनों से मैं कर्ण पिशाचनी का आवाहन कर रहा हूं लेकिन वो मेरे सामने आती ही नहीं। बेटा वो हमेशा तुम्हारे आसपास रहती है। अधोरी बाबा ने आंखें बंद कर ली और कुछ मंत्र जाप किया तो उन्हें वो आलीशान शॉप दिखा जहां विक्की और नताशा शॉपिंग के लिए गए थे और वो एक अमीर औरत बाबा ने आंखें खोली और विक्की से कहा जिससे तुम आज सुबह मिले थे उस दुकान में पता है वो कौन थी क्या वो कर्ण पिशाचनी थी और हमारा एक्सीडेंट उसने करवाया है बिल्कुल सही उस औरत के रूप में कर्ण पिशाचिनी थी वो तुम्हें नहीं नताशा को मारना चाहती चाहती थी क्योंकि तुम उससे प्यार करते हो। तुम्हें वो सब कुछ देगी लेकिन किसी से प्यार करने नहीं देगी। ना नताशा से ना तुम्हारे परिवार से। तभी विक्की का फोन बजता है।
हेलो विक्की तुम जल्दी से गांव आ जाओ। तुम्हारे पापा की मानसिक संतुलन खो गई है।
यहां नताशा रिया को फोन करती है और कहती है हेलो रिया यह फटीचर विक्की के फ्लैट से मुझे लेकर चलो।
पर ऐसा क्या हुआ था जो तुम सब लोग मुझे यहां ले आए?
तो दोस्तों कर्ण पिशाचिनी विक्की के परिवार के साथ क्या करने वाली है?
और नताशा अब भी विक्की से इतनी नफरत क्यों करती है? क्या नताशा को अपने साथ घटी घटना का पता चलने पर नताशा विक्की के प्यार को एक्सेप्ट करेगी?
क्या विक्की अपने फैमिली को बचा पाएगा?
अब नताशा के दोस्तों को भी समझ आ गया था कि विक्की गरीब तो जरूर है। लेकिन दोस्ती एकदम पक्की निभाता है। अब सारे नताशा के दोस्त विक्की के भी दोस्त बन गए थे। फोन रखते ही विक्की की आंखों में छलके आंसुओं ने राहुल को बिना कुछ पूछे ही सब समझा दिया था। उसने बिना देरी किए अपनी कार निकाली। और विक्की के मना करने के बावजूद उसे अपने साथ गांव चलने के लिए मना लिया। इस बीच राहुल का जिगरी यार योगेश भी इस अनजान सफर में उनके साथ शामिल हो गया। विक्की की मनोस्थिति चिंता से घिरी हुई थी।
पिता की हालत के बारे में अनिश्चितता उसे अंदर ही अंदर खाए जा रही थी। कॉलेज और गांव के बीच की अथाह दूरी इस समय और भी लंबी लग रही थी। मानो हर एक मील उसके दिल पर एक बोझ लाद रहा हो। योगेश जो कि विक्की की बेचैनी को भांप रहा था। उसे दिलासा देते हुए बोला, “अरे यार, टेंशन मत ले। हम सब तेरे साथ हैं।” फिर राहुल की ओर मुड़कर उसने कहा, “राहुल, यार कोई गाना लगा दे।” रात काफी हो गई है। नींद नहीं आएगी। विक्की ने भी राहुल की बात का समर्थन किया। हां यार कुछ गाने बजा दे। हमें तो गाड़ी चलानी भी नहीं आती। सफर भी लंबी है। राहुल ने कार के म्यूजिक सिस्टम पर कुछ सुकून देने वाले गाने चला दिए। जिसकी धुनों ने कुछ देर के लिए ही सही। विक्की की चिंता को हल्का कर दिया।
4-प घंटे बीत चुके थे और अब वे घने जंगल के रास्ते पर थे। राहुल की आंखें नींद से बोझिल हो रही थी जिसके कारण कार अनियंत्रित होकर लहराने लगी। झटके से जागते हुए उसने स्टीयरिंग संभाला लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। एक जोरदार धमाके के साथ कार एक विशाल पेड़ से जा टकराई। अरे यह क्या हो गया? विक्की ने घबरा कर पूछा यार नींद आ रही थी तो पहले बता देते। योगेश झुंझुलाते हुए बोला कोई जगह रुक कर आराम कर लेते। अब इस सुनसान जंगल में कौन हमारी मदद करेगा? राहुल ने अपराध बोध से भरी आवाज में कहा, हां हां सब मेरी गलती है। मुझे नहीं आना चाहिए था तुम्हारे साथ।
विक्की ने स्थिति को समझते हुए कहा, “भाई, अब गुस्सा करने से क्या होगा? यह सोचो कि अब क्या करें?” तभी उनकी नजर सामने से आते हुए एक बूढ़े व्यक्ति पर पड़ी। उसके हाथ में एक लालटेन थी। जिसकी रोशनी में उसका चेहरा रात के अंधेरे में और भी डरावना लग रहा था। राहुल ने हिम्मत जुटाकर उस बूढ़े व्यक्ति से पूछा, बाबा क्या यहां आसपास कोई मैकेनिक मिलेगा? उस व्यक्ति ने लालटेन की रोशनी में उन तीनों को एक नजर देखा और बोला बेटा इतनी रात को इस घने जंगल में मैकेनिक कहां से मिलेगा? लेकिन इस गरीब का घर यहीं पास में है। अगर आप चाहे तो रात भर आराम कर सकते हैं। सुबह होते ही कुछ ना कुछ मदद जरूर मिलेगी।
उसकी बात सुनकर तीनों दोस्तों को राहत महसूस हुई। थकान और डर से बेहाल। उन्हें इस समय बस एक सुरक्षित जगह की तलाश थी। अनजान रास्तों पर उसके पीछेछे बढ़ते हुए वे उस बूढ़े व्यक्ति के साथ चल पड़े। कुछ ही देर में वे उस बूढ़े व्यक्ति के घर पहुंच गए। वह घर कम और अंग्रेजों के जमाने की कोई पुरानी हवेली ज्यादा लग रही थी। विशाल लकड़ी के दरवाजे, ऊंची छतें और खिड़कियों पर लगी जंग, लोहे की सलाखें। चारों ओर एक अजीब सा सन्नाटा पसरा था जो उस हवेली की भव्यता के साथ एक विचित्र विरोधाभास पैदा कर रहा था।
हवेली के भीतर कदम रखते ही उनकी नजर एक विशाल पेंटिंग पर पड़ी जो दीवार पर शान से लटकी हुई थी। पेंटिंग में किसी राजकुमारी की आकृति उभरी हुई थी। जिसकी आंखें मानो उन्हें घूर रही हो। जैसे ही राहुल की नजर उस पेंटिंग पर पड़ी, वह एकदम से तिरछी हो गई। इतनी भव्य हवेली का जंगल के बीच होना अपने आप में एक रहस्य था और ऊपर से बिजली का ना होना इस रहस्य को और गहरा कर रहा था।
बूढ़े व्यक्ति ने उन्हें बैठने का इशारा किया और तीनों के लिए पानी लेकर आया। राहुल ने पानी का गिलास अपने हाथों में लिया और जैसे ही एक घुंट भरा उसके चेहरे पर अजीब सी घृणा छा गई। ये कैसा पानी है? बूढ़ा व्यक्ति एक भयानक मुस्कान के साथ बोला इस हवेली में पानी से नहीं खून से प्यास बुझाई जाती है। यह कहते हुए वो जोरजोर से हंस राहुल डर के मारे गिलास जमीन पर पटक दिया।
विक्की और योगेश यह सब देखकर हैरान रह गए। राहुल क्या हुआ? विक्की ने राहुल को कंधे से पकड़ कर हिलाते हुए पूछा। राहुल घबराहट में बोला, “मैं तुम्हारे पैर पड़ता हूं। इधर से अभी के अभी चलो। यह पानी नहीं खून है। इस हवेली में पानी से नहीं खून से प्यास बुझाते हैं। तुमने सुना नहीं इस आदमी ने क्या कहा? राहुल शायद तुम जरूरत से ज्यादा थक गए हो। इसलिए इस तरह के भ्रम हो रहे हैं तुम्हें। बेटा तुम्हारा दोस्त सही कह रहा है। तुम सब लोग थक चुके हो। रात भी काफी हो गई है। तुम्हारे पीछे तीन कमरे हैं। उसमें तुम जाकर आराम करो। सुबह मिलते हैं।
विक्की और योगेश राहुल को एक कमरे में लेकर गए। मगर उस कमरे में केवल एक छोटा सा बिस्तर था। जिस पर तीनों का सोना नामुमकिन था। थकान से चूर तीनों अलग-अलग कमरों में जाकर सो गए। कुछ ही देर में राहुल की नींद एक अजीब सी आवाज से टूटी। उसके कमरे की जमीन से खटखट की आवाज आ रही थी। मानो कोई जमीन के नीचे जिंदा दफन हो और बाहर निकलने की कोशिश कर रहा हो। पहले तो राहुल ने इसे अपना वहम समझा लेकिन जब कुछ देर बाद आवाज फिर से आई तो उसके रोंगटे खड़े हो गए। डर के मारे उसने विक्की और योगेश के कमरे में जाकर उन्हें जगाया और अपने कमरे की भयानक घटना बताई।
राहुल, विक्की और योगेश तीनों उस कमरे में गए। विक्की ने कमरे में झांकते हुए कहा राहुल यहां तो कोई आवाज नहीं आ रही है। योगेश ने भी सहमति जताते हुए पूछा हां राहुल किस आवाज की बात कर रहे हो? राहुल ने घबराई हुई आवाज में कहा यार मैं सच कह रहा हूं। यहां थोड़ी देर पहले जमीन के अंदर से ऐसी आवाज आ रही थी जैसे किसी को अंदर कैद करके रखा है। विक्की ने राहुल को समझाते हुए कहा राहुल शायद तुम्हें सपना आया होगा। तुम शांति से सो जाओ और किसी आवाज पर ध्यान मत दो। विक्की और योगेश कमरे से बाहर निकले ही थे कि तभी फिर से वो आवाज आई।
राहुल ने डरते हुए कहा सुना सुना तुमने? अब हो गया ना यकीन मेरी बातों पर कि मैं झूठ नहीं बोल रहा हूं। विक्की ने भी आवाज सुनकर सहमति जताई। हां हां यार योगेश ने हैरानी से पूछा। लेकिन यह आवाज जमीन से कैसे आ सकती है? वो आवाज अब जोर-जोर से आने लगी। विक्की ने उस आवाज की ओर देखकर पूछा कौन है वहां? जमीन के नीचे से एक भयानक आवाज गूंजी। ये हवेली मेरी है। विक्की ने डरते हुए पूछा। कौन हो तुम? और कहां हो? दिखाई क्यों नहीं दे रही हो? कई साल पहले यहां राजवीर नाम के राजा का राज्य था। एक दिन राजा ने मुझे देखा और उसे मुझसे प्यार हो गया। वो मुझे इस हवेली में बंद करके रखता था और किसी से मिलने नहीं देता था। एक दिन एक चोर इस हवेली में घुस आया। मैं नहा रही थी और उसने मुझे देखा और मेरे पास आया। लेकिन तभी राजा वहां आ गया। उसको लगा उस चोर का और मेरा कुछ संबंध है। उसने अपनी तलवार निकाली। हमारी दोनों की गर्दनें उड़ा दी और हमें इस कमरे के नीचे दफन कर दिया।
विक्की, योगेश और राहुल तीनों यह बात सुनकर बहुत डर गए। तभी राहुल ने उस आवाज की ओर देखकर कहा हमारी कोई गलती नहीं है। प्लीज हमें जाने दो। तभी वो आवाज फिर से आई। मैं तुम्हें परेशान करना नहीं चाहती। सिर्फ तुम यहां से हमें बाहर निकालो और हमारा अंतिम संस्कार कर दो। तो हमें मुक्ति मिल जाएगी। उसकी बात सुनकर राहुल, विक्की और योगेश ने मिलकर वहां गड्ढा खोदना शुरू किया। थोड़ी ही देर में उन्हें वहां से कुछ गली सड़ी हड्डियां मिली। उन्होंने हड्डियों का विधिवत अंतिम संस्कार किया।
अंतिम संस्कार करके राहुल ने विक्की और योगेश से कहा, हमें यहां रुकना नहीं चाहिए। विक्की और योगेश ने भी राहुल की बात से सहमति जताते हुए अपना सामान लिया और गाड़ी की ओर बढ़े। लेकिन यह क्या? गाड़ी एकदम बराबर थी। उस पर एक भी एक्सीडेंट का निशान नहीं था। मानो उस हवेली वाली औरत की आत्मा ने ही यह सब करवाया हो।
तीनों कार लेकर निकल चुके थे। घर पहुंचने में अभी 3-4 घंटे का सफर बाकी था। रात के 3:00 बज चुके थे। तभी विक्की के फोन की रिंग बजी। हेलो विक्की ने फोन उठाया। दूसरी तरफ से नताशा की आवाज आई। विक्की रिया ने मुझे सब कुछ बता दिया है। आई एम रियली सॉरी विक्की। अरे किस बात के लिए नताशा? विक्की वो सब मैं बाद में बताती हूं। मैंने फोन तुम्हें इसलिए किया कि रिया, मैं और अघोरी बाबा तुम्हारे गांव आ रहे हैं। ड्राइवर को साथ लेकर। अरे नताशा सफर काफी लंबा है। तुम आने का कष्ट मत करो। हम लोग संभाल लेंगे। मुझे कुछ नहीं सुनना है। हम लोग निकल चुके हैं और तुम्हारे पीछे ही हैं। कुछ घंटों में ही पहुंच जाएंगे वहां। ठीक है। आराम से आना। मैं वेट करूंगा तुम्हारी।
विक्की ने फोन काट दिया। गांव का रास्ता शुरू हो गया था। थोड़ी ही देर में विक्की का घर आ गया। उसके बाबा खटिया पर लेटे हुए थे। वैसे तो विक्की के बाबा की शरीर यष्टि एकदम मजबूत थी। लेकिन अचानक से वह एकदम कमजोर हो गए थे। जैसे किसी ने उनके शरीर से उनकी मजबूती छीन ली हो। और धीरे-धीरे ऐसे कुछ बोल रहे थे जो किसी को समझ नहीं आ रहा था।
देख ना विक्की तेरे बाबा को क्या हो गया है? कैसी-कैसी बातें कर रहे हैं?
तू चिंता मत कर मां। मैं आ गया हूं ना सब ठीक हो जाएगा। बाबा क्या हुआ है आपको?
आ गया बेटा तू। मेरे पास बहुत कम समय बचा है। मैं मरने वाला हूं। वो मार डालेगी मुझे।
कौन मार डालेगी? वो वो औरत डायन। कौन औरत? कौन डायन बाबा?
विक्की के बाबा बेहोश हो गए।
तभी नताशा रिया और बाबा वहां पहुंचे। विक्की ने आपबीती अघोरी बाबा को सुनाई। [संगीत] मंत्रो उच्चार के साथ बाबा ने कमंडल से विक्की के पिता पर जल छिड़का। मानो किसी देह्य स्पर्श से उनके शरीर में स्फूर्ति का संचार हुआ और वे खटिया पर बैठ गए।
क्या हुआ है आपको? और कौन है वो स्त्री? अोरी बाबा ने प्रश्न किया।
एक दिन मैं खेत में सोने के लिए गया तो रात के करीब 12:00 बजे एक औरत आई और मेरे शरीर और मेरे पूरे शरीर को उसने गोबर लगाया और मेरे साथ किया। मुझे ये सब समझ आ रहा था लेकिन मैं कुछ भी नहीं कर पा रहा था। मैं चाहकर भी हिलनी से नहीं उठ पा रहा था। दूसरे दिन भी वैसा ही हुआ और यह सिलसिला रोज शुरू हुआ। रोज वो रात को आती मेरे पूरे शरीर पर गोबर लगाती और मुझ करती और उसने मुझे कहा था कि जिस दिन मैं खेत में नहीं आऊंगा वो दिन मेरे जीवन का आखिरी दिन होगा।
अघोरी बाबा ने उसकी बात सुनकर अपनी आंखें बंद कर ली और अपने झोली से एक धागा निकाला। ये लो डरने की जरूरत नहीं है। आज रात फिर से तुम खेत में जाओ। वो डायन जो कहती है उसे करने दो। सिर्फ उसके दाएं हाथ में यह धागा बांध देना। विक्की के बाबा आज रात खेत में गए। और जैसा अघोरी बाबा ने कहा था वैसा ही किया।
सुबह हो चुकी थी। विक्की, योगेश, राहुल, नताशा और अघोरी बाबा सब लोग मिलकर खेत में गए। अघोरी बाबा ने विक्की से कहा, विक्की और तुम सब लोग सुनो। अगर विक्की के बाबा को बचाना है तो वो धागा दोपहर 12:00 बजे से पहले ढूंढना होगा। वो डायन बहुत शक्तिशाली है। अब तक उसे पता चल चुका होगा कि हमने उसके हाथ में यह अभिमंत्रित धागा बांध दिया है।
सब लोग वो धागा ढूंढने लगे। बहुत समय बीत चुका था। किसी को उस धागे का नामोनिशान कहीं नहीं मिल रहा था। धूप बहुत थी। सब लोग थक कर एक पेड़ के नीचे आ गए। तभी बाबा जी देखिए क्या वही धागा है जिसकी हम सबको तलाश है। योगेश ने अपनी उंगली से पेड़ की टहनी की ओर इशारा करते हुए कहा। अघोरी बाबा ने उस धागे को पकड़ कर खींचा। तो पेड़ की टहनी पर से एक काले कपड़े की गठरी नीचे गिरी। उस गठरी को अघोरी बाबा ने खोला तो आसमान में एक बिजली चमकी। उस गठरी में कुछ हड्डियां थी और उस हड्डियों में एक हड्डी पर वही धागा बंधा हुआ था जो अघोरी बाबा ने विक्की के बाबा को दिया था।
अघोरी बाबा ने आंखें बंद कर ली। कुछ मंत्र जाप किया और उस गठरी को जला दिया। जैसे ही उस गठरी पर आग जली वातावरण एकदम से बदल गया। तूफान आने लगा। बिजली चमकी और उस आग से एक डायन धुआं होकर हवा में धुल गई। अब विक्की के बाबा को अंदरूनी ताकत का एहसास हुआ और वह फिर से अपने आप को पहले जैसा महसूस करने लगे। अगोरी बाबा ने विक्की के बाबा को पूछा क्या यह तुम्हारी पुश्तैनी खेत है? विक्की के पिता ने जवाब दिया नहीं यह तो हमने हाल ही में खरीदा था।
अघोरी बाबा ने खुलासा किया। वो एक बंजारन थी। उनका काफिला भेड़ बकरियों के साथ इस गांव से उस गांव भटकता रहता था। एक दिन इस खेत के मालिक से उसे प्यार हो गया। वो रोज रात यहीं इसी जगह जहां तुम सोए थे मिलते थे। एक दिन खेत के मालिक ने उसे मार डाला। जब यह बात उसकी मां को पता चली तो उसने काला जादूगर उसकी हड्डियां इस गठरी में बांधकर इस पेड़ पर टांग दिया। लेकिन अब चिंता की कोई बात नहीं। उसे मुक्ति मिल चुकी
