वशीकरण: एक खौफनाक प्रेम कहानी – Real horror Story in hindi

माया का एकतरफा प्यार जब जुनून में बदला, तो उसने वशीकरण का सहारा लिया। पर क्या उसे पता था कि इस काली दुनिया में कदम रखना उसे और रवि दोनों को एक ऐसे अंधेरे में धकेल देगा जहाँ से वापसी मुश्किल है? यह एक सच्ची घटना पर आधारित, real horror story in hindi है, जो आपको सोचने पर मजबूर कर देगी।
real horror story in hindi
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आत्महत्या का प्रयास और कामाख्या का रास्ता

माया को किसी भी कीमत पर रवि चाहिए था। और ऑफिस से आने के बाद, पूरी रात-रात भर वो इंटरनेट के ऊपर वशीकरण की चीज़ों के बारे में ढूँढती रहती थी। वो उन्हें ट्राई करने का सोचती, लेकिन इंटरनेट पर प्रॉपर उसे मंत्र और विधियाँ लिखी हुई नहीं मिलती थीं। तो इसलिए वो काम भी नहीं करते थे।

2024 के बीच में, वो इतनी ज्यादा फ्रस्ट्रेट हो गई थी कि उसने सोचा कि अगर उसे रवि नहीं मिला, तो अपनी जिंदगी ही खत्म कर लेगी। और इसी चक्कर में उसने नींद की गोली ले ली – पूरी की पूरी बोतल! लेकिन उसके दोस्त और ऑफिस वाले उसकी कंडीशन से अवेयर थे। उन्होंने उसे फटाफट से हॉस्पिटलाइज़ करवाया, और उसकी जान जाने से बच गई। ऑफिस वालों ने ये पूरी बात दबा दी, ताकि किसी को कुछ भी पता नहीं चले। उसकी जान तो बच गई, लेकिन रवि के लिए उसका ऑब्सेशन नहीं गया।

फिर उसकी एक बचपन की दोस्त थी, जो उसे घुमाने के लिए शिलॉन्ग ले गई। वो उसके साथ घूमने गई। वो उसे इसलिए लेकर गई कि ताकि उसका थोड़ा माइंड डाइवर्ट हो। लेकिन शायद उसकी वो दोस्त भी गलत थी। वहाँ जाकर माया ने अपनी दोस्त से बोला कि, “यार, मुझे ना माँ कामाख्या के मंदिर भी जाना है। मुझे उनके दर्शन करने हैं।”

उसकी फ्रेंड उसे अपने साथ माँ कामाख्या के मंदिर लेकर गई। उस टाइम पर वहाँ पर अम्बाबूची का मेला चल रहा था। इस वजह से उसे माँ कामाख्या के दर्शन तो नहीं हो पाए, लेकिन माया ये बात बहुत अच्छे से जानती थी कि उस मंदिर और उसके आस-पास बहुत सारे तांत्रिक रहते हैं, और शायद वो उसका काम कर सकते हैं। उसने वहाँ पर अलग-अलग लोगों से बात की। कुछ लोगों ने कहा कि तुम मायोंग जाओ, मायोंग में जाकर तुम्हारा ये काम हो सकता है।


तारापीठ की यात्रा और काला जादू

फिर उसे एक बाबा मिले। उन बाबा ने कहा कि, “तुम तारापीठ जाओ। उधर श्मशान है, वहाँ पर तुम्हें ऐसे लोग मिलेंगे जो तुम्हारा ये काम कर सकते हैं। लेकिन बेटा, ये बहुत गंदे काम होते हैं। काली माँ के साधक जो माँ की साधना करते हैं, वो ये काम कभी नहीं करेंगे। और जो लोग तुम्हें वहाँ पर ये काम करने वाले मिल जाएंगे, तो ये ध्यान रखना – तुम्हारा पैसा पानी की तरह बहेगा, इसका प्रभाव तुम्हारे ऊपर उल्टा भी हो सकता है। इसलिए मैं तो तुम्हें ये समझाना चाहूँगा कि ये सब मत करवाओ, इस सब के पीछे मत पड़ो, अपना जीवन जियो।

लेकिन माया के ऊपर एक अलग ही नशा चढ़ा हुआ था। उसे तो कैसे भी करके सिर्फ और सिर्फ और सिर्फ रवि चाहिए था। वहाँ से लौट कर आई, उसने अपनी फ्रेंड राधिका से रिक्वेस्ट की कि, “यार, मैं ना ऐसे-ऐसे तारापीठ जाना चाहती हूँ, तू मेरे साथ चल।”

तो राधिका ने साफ-साफ मना कर दिया कि, “मैं तेरा इन सब कामों में साथ नहीं दूँगी। तू पागल हो चुकी है। ये सब गलत है। तू समझ, वो लड़के को अगर तू बाँध के अपने पास ले भी आई, तो ये प्यार थोड़ी ना है? ये तो गुलामी है! ये कोई शादी नहीं होती! तूने जो किया, वो कोई शादी नहीं है! तुमने सात फेरे नहीं लिए हैं! तुम अग्नि के समक्ष मंत्रों से बंधे हुए नहीं हो! तुम खाली ऑब्सेस्ड हो! वो ब्लॉक करके निकल गया और तुम यहाँ पागल हो रखी हो! किसी पीर बाबा की वजह से वो तुमसे बात नहीं करता है, उसकी जब इच्छा होती है वो तुमसे बात करता है, जब इच्छा होती है वो तुमको ब्लॉक कर देता है! वो तुझे नचा रहा है, और तू नाच रही है! और जो तू ये करने जा रही है, बिल्कुल भी ठीक नहीं है!

उसकी ये बात सुनकर माया भड़क जाती है और बोलती है कि, “कोई तुझसे, तू किसी से अगर प्यार करती और वो तेरे साथ ऐसा करता ना, तो तुझे समझ में आता कि मेरे साथ क्या हो रहा है!”

तो राधिका बोलती है, “ऐसा नहीं होने वाला है। और अगर ऐसा हुआ भी ना, तो मैं खुद जाकर बातचीत करके चीज़ को एंड करना पड़ा तो एंड करके आ जाऊँगी! और वैसे भी, किसी इंसान को जिसका मुझ में कोई इंटरेस्ट नहीं है, मैं उसे अपनी ज़िंदगी में लाने के लिए, अपने पास बाँधने के लिए अपनी एनर्जी को वेस्ट नहीं करूँगी! और मैं तुझे भी ये समझा रही हूँ, तू ये सब छोड़ और अपनी आगे की लाइफ पर ध्यान दे।

लेकिन वो कहते हैं ना – ‘विनाश काले विपरीत बुद्धि’। माया कुछ समझने को तैयार नहीं थी। वो बोलती कि, “मैं तो करूँगी! तू चाहे मेरा साथ दे चाहे मत दे, मैं वहाँ जाऊँगी! तू मुझे मत सिखा!

और इसके बाद अगले ही दिन, माया ने कुछ मेडिकल इमरजेंसी बोलकर ऑफिस से करीबन एक हफ्ते की छुट्टी ली, और वो निकल गई तारापीठ। और वहाँ जाकर वो ढूँढने लगी कौन उसका काम करेगा।


वशीकरण की प्रक्रिया और एक खौफनाक नुस्खा

अब ये तो आपको देखने को मिल ही जाएगा। अभी तो ये वहाँ पहुँचती है। वहाँ उसे एक लेडी मिलती है। वो उस लेडी को बताती है। लेडी बोलती है कि, “मैं तेरा काम कर दूँगी, लेकिन ₹19,000 का खर्चा आएगा।” उसने बोला, “ठीक है।”

तो उस लेडी ने क्या किया? उसने रवि की फोटो से एक डॉल बनाई। उस डॉल पर उसने स्त्री यंत्र बाँधा, ये स्त्री वशीकरण यंत्र होता है, वो बाँधा। और उसके बाद उस डॉल को ज़मीन में गाड़ दिया। और बोला कि अब हम एक और पूजा करेंगे जब तुम्हारा पीरियड आएगा, तुमको तब आना है।

अब उसका चक्कर क्या था कि जब उसका मेन्सुअल साइकिल आता, यानी उसके पीरियड्स आते, तो उसके ब्लड को वो लेडी अभिमंत्रित करके रवि को देगी, और फिर उसे उस ब्लड को रवि को पिलाना है।

तो ये सारी बातचीत करके वापस आई। नेक्स्ट मंथ जब उसके पीरियड्स आने वाले थे, वापस उसने ऑफिस से छुट्टी ली, और वहाँ पर उस लेडी के पास गई। उस लेडी ने उससे ब्लड लिया। उस ब्लड को उसने अभिमंत्रित किया, और उसने कहा कि, “अगले महीने का साइकिल आने से पहले-पहले तुमको इसे उस लड़के को पिलाना है, वरना ये काम नहीं करेगा।

अब आप देख सकते हैं, वो किस लेवल तक जा रही थी! आपको क्या लगता है, वो अपने प्लान में सक्सेसफुल होगी या नहीं?

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